Karnataka Assembly Election: कर्नाटक में चुनावी अभियान जोरों पर हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नाटक में एक चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस पर हमला बोला. मल्लिकार्जुन खरगे की पीएम मोदी पर कथित विवादित टिप्पणी को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपराओं को नुकसान पहुंचा रही है. पीएम कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि एक संस्था हैं. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने 27 अप्रैल को कलबुर्गी में एक जनसभा के दौरान पीएम मोदी की तुलना जहरीले सांप से की थी. खरगे की इस टिप्पणी को बीजेपी ने पीएम मोदी का अपमान बताते हुए माफी की मांग की थी.


चुनावी राज्य में एक रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि अपने आप में एक संस्था हैं. जिस तरीके से कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री पर निजी हमले कर रहे हैं, वे स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था के टुकड़े कर रहे हैं.


क्या कहा था खरगे ने?


कर्नाटक में चुनावी सरगर्मी के बीच खरगे के बयान ने बीजेपी को कांग्रेस पर हमला करने का मौका दे दिया. कांग्रेस अध्यक्ष ने कलबुर्गी में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जहरीले सांप से कर डाली. उन्होंने कहा था कि गलती मत कीजिए. मोदी जहरीले सांप की तरह है. आपको लगता है कि ये जहर नहीं है तो छूकर देखिए. पता चल जाएगा. अगर आप छुएंगे तो मर जाएंगे. आपको लगता है कि ये जहर नहीं है, क्योंकि मोदी ने दिया है तो इसे चाटकर देखिए. अगर आप इस जहर को चाटेंगे तो हमेशा के लिए मर जाएंगे.


बीजेपी ने किया था पलटवार


खरगे के बयान पर बीजेपी की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई. बीजेपी ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान बता दिया. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार करते हुए कहा था, ये पहली बार नहीं है कि प्रधानमंत्री मोदी पर कांग्रेस के किसी नेता ने अभद्र टिप्पणी की हो. ऐसी टिप्पणी से उन्होंने ये सुनिश्चित कर दिया है कि कांग्रेस की कर्नाटक चुनाव में हार पक्की है. ये शब्द भले ही खरगे जी के हों, लेकिन ये आस्था, ये विष गांधी खानदान का है जो उगला जा रहा है. 


खरगे ने दी थी सफाई 


बयान पर विवाद बढ़ने के बाद खरगे को सफाई देनी पड़ी थी. खरगे ने बताया कि वह कहना चाहते थे कि बीजेपी की विचारधारा सांप की तरह खतरनाक है और उनका प्रधानमंत्री मोदी पर निजी हमला करने का इरादा नहीं था.


अपने बयान को साफ करते हुए खरगे ने ट्वीट किया और लिखा, बीजेपी की विचारधारा बांटनेवाली, एक दूसरे को लड़ाने और गरीब व दलितों के खिलाफ नफरत और पूर्वाग्रह से भरी हुई है. मैंने नफरत और द्वेष की राजनीति पर चर्चा की थी. मेरा बयान प्रधानमंत्री या किसी अन्य के खिलाफ नहीं था.


उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री से मेरी लड़ाई कोई निजी लड़ाई नहीं है. यह एक विचारधारा की लड़ाई है. मेरा इरादा किसी की भावना को आहत करना नहीं था और अगर जाने या अनजाने में किसी की भावना आहत हुई है तो ये मेरा कभी भी इरादा नहीं था.


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