Karnataka Elections: कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में एक अनोखी बात सामने आई है. यहां पर कर्नाटक कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं ने अपने परिवारवालों को चुनावी मैदान में सेफ बैकअप के रूप में उतारा है. इन बड़े नेताओं के खिलाफ विभिन्न मामलों में एजेंसियों की जांच चल रही है.


हाल में ही, कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार की कनकपुरा विधानसभा सीट से उनके भाई और बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट से सांसद डीके सुरेश ने भी पर्चा भरा था. इसके अलावा, कांग्रेस के पूर्व मंत्री केजे जॉर्ज और कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जरकीहोली ने भी अपने परिवार के एक सदस्य का नामांकन पत्र दाखिल करवाया है.


सेफ बैकअप प्लान है परिजनों का नामांकन 


बताया जा रहा है कि इन कांग्रेसी नेताओं के जरिये अपनी विधानसभा सीट पर परिवारवालों का भी नामांकन कराया जाना एक सेफ बैकअप प्लान है. इस प्लान के अनुसार, यदि किसी भी टेक्निकल फॉल्ट या लीगल बेसिस पर नेताओं का नामांकन खारिज होगा, तो विपक्षी उम्मीदवार को वॉकओवर करने का मौका मिल जाएगा.


ऐसा ना हो इसके लिए इन नेताओं ने अपने परिजनों के नामांकन भरवाए हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है. नामांकन पत्रों की जांच के बाद 24 अप्रैल तक इच्छुक प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकते हैं.


नामांकन के लास्ट दिन इन नेताओं ने भरा पर्चा


नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख को सतीश जरकीहोली ने येमाकानमारडी सीट से पर्चा भरा. जेडीएस के उम्मीदवार एचपी स्वरूप ने हासन सीट से नामांकन दाखिल किया. बीजेपी प्रत्याशी अशोक जयराम ने निर्दलीय सांसद सुमनलता अंबरीष और मंत्री सीएन अश्वथ नारायण के साथ पहुंचकर मांड्या सीट से पर्चा भरा.


राज्य सरकार में मंत्री शशिकला ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ पहुंचकर अपनी परंपरागत सीट निप्पानी सीट से नामांकन भरा. बीजेपी सांसद रेणुकाचार्य, कट्टा जगदीश और रामचंद्र गौड़ा के अलावा कांग्रेस के रामनाथ राय और योगेश एचसी ने भी नामांकन दाखिल किए.


बता दें राज्य की 225 सदस्यों वाली विधानसभा सीटों के लिए 10 मई को मतदान होना है. 13 मई को मतगणना की जानी है. 225 विधानसभा सीटों में से एक सीट मनोनित सदस्य की है.


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