Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए एक बार फिर से तैयार, 91 वर्षिय शामनूर शिवशंकरप्पा के लिए उम्र मात्र एक संख्या जैसी लगती है क्योंकि वह खुद को चुनावी मैदान में 'सरपट दौड़ता घोड़ा' कहते हैं. कांग्रेस के दिग्गज नेता पांच बार के विधायक और पूर्व लोकसभा सदस्य को दावणगेरे दक्षिण से चुनाव लड़ने के लिए एक बार फिर से सबसे पुरानी पार्टी के तरफ से नामित किया है.
मध्य कर्नाटक में दावणगेरे का 'पर्याय' बन चुके शिवशंकरप्पा मुस्कुराते हुए और फिर से जीतने का भरोसा जताते हुए कहा, 'मुझे लोगों का समर्थन और ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त है और क्या चाहिए?"
'सरपट दौड़ता घोड़ा'
उम्र बढ़ने के बाद, कांग्रेस द्वारा टिकट दिए जाने को लेकर उन्होंने मजाकिया अंदाज में जवाब दिया, 'घुड़दौड़ के लिए केवल सरपट दौड़ने वाले घोड़े को ही चुना जाता है. मैं ऐसा ही एक घोड़ा हूं, मैं सबसे बड़े अंतर से चुनाव जीतूंगा.' 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में बुजुर्ग नेता, जो प्रभावशाली वीरशैव महासभा के अध्यक्ष भी हैं, उनकी मुख्य लड़ाई बीजेपी के बीजी अजय कुमार से है, जो दावणगेरे के पूर्व मेयर हैं.
अनुभवी नेता के आसपास के लोग उन्हें प्यार से एसएस बुलाते हैं, चलते समय सहयोग की आवश्यकता होती है लेकिन उनके पास सुनने की अच्छी क्षमता, एक स्पष्ट आवाज है और स्पष्टता के साथ अपने मन की बात कहते हैं. एसएस ने नामांकन दाखिल करते समय 312.75 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है.
चुनावी मैदान में कोई प्रतिद्वंद्वी ही नहीं है
जब एक रिपोर्टर ने कुछ रिपोर्टों का हवाला देते हुए उनसे कहा कि उनके बजाय अल्पसंख्यक समुदाय के किसी व्यक्ति को टिकट मिलना चाहिए, तो कांग्रेस नेता ने मजाकिया अंदाज में कहा, "परेशानी पैदा न करें. सभी यहां मेरे साथ हैं. आपको इसके बारे में परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. मुस्लिम और लिंगायत सभी मेरे साथ हैं. दावणगेरे में मेडिकल, इंजीनियरिंग और नर्सिंग कॉलेज चलाने वाले प्रख्यात शिक्षाविद शिवशंकरप्पा ने कहा कि चुनावी मैदान में उनका कोई प्रतिद्वंद्वी ही नहीं है और वह चुनाव पक्का जीतेंगे.
शेट्टार को कांग्रेस में लाने का काम सौंपा गया
पार्टी के एक नेता ने बताया कि शिवशंकरप्पा की राजनीतिक सूझबूझ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी ने उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता जगदीश शेट्टार को कांग्रेस में लाने का काम सौंपा. बीजेपी ने शेट्टार को आगामी चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी. कांग्रेस ने शिवशंकरप्पा के माध्यम से उन्हें शामिल करने की जल्दी की, जिनकी पोती और एसएस गणेश की बेटी आंचल शेट्टार की बहू हैं.
कांग्रेस ने शिवशंकरप्पा के बेटे और पूर्व मंत्री एस एस मल्लिकार्जुन को दावणगेरे उत्तर से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया है.