Karnataka Elections: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 से पहले दलबदल शुरू हो चुका है. विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को झटका देते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने शुक्रवार (14 अप्रैल) को कांग्रेस का हाथ थाम लिया.
बीजेपी के कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह ने सावदी के इस कदम को बड़ी गलती बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए सावदी को पछताना पड़ेगा. अरुण सिंह ने कहा है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री ने बहुत बड़ी गलती की है और बाद में पछताएंगे.
कांग्रेस को बताया झगड़ों वाली पार्टी
लक्ष्मण सावदी के कांग्रेस में जाने के बाद अरुण सिंह ने कहा है कि 'चुनाव हारने के बाद भी बीजेपी ने उन्हें डिप्टी सीएम और फिर एमएलसी बनाया. उसके बाद भी वह ऐसे झगड़ों वाली पार्टी (कांग्रेस) में जा रहे हैं, जहां नेता दो गुटों में बंटे हुए हैं. उन्होंने बहुत बड़ी गलती की है और बाद में पछताएंगे'.
14 अप्रैल को सावदी ने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया और इसकी सूचना पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार को दी. फिर उन्होंने बेंगलुरु में शिवकुमार और सिद्धारमैया के आवास पर मुलाकात की थी. सिद्धारमैया ने कहा था कि 'सावदी कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. बीजेपी को उनके साथ ऐसा बर्ताव नहीं करना चाहिए था. उनकी एक ही शर्त है कि उनके साथ ठीक से व्यवहार किया जाए. सौ फीसदी पक्का है कि उन्हें अठानी सीट से चुनाव लड़ने का टिकट मिलेगा. मुझे उम्मीद है कि वह अपनी विधानसभा सीट जीतेंगे'.
बीजेपी से दिया था इस्तीफा
लक्ष्मण सावदी ने 12 अप्रैल को विधान परिषद सदस्य के रूप में और अपने विधानसभा क्षेत्र अठानी से नए जनादेश के लिए टिकट न मिलने के बाद बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इस बीच 14 अप्रैल को पूर्व एमएलसी और कांग्रेस नेता रघु अचार भी एचडी देवेगौड़ा और एचडी कुमारस्वामी की उपस्थिति में जेडीएस में शामिल हो गए थे.
साल 2018 के चुनावों में बीजेपी 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि कांग्रेस और तत्कालीन सहयोगी जेडीएस ने क्रमशः 80 और 37 सीटें जीतीं. वर्तमान कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त होगा. 224 सीटों वाली विधानसभा के लिए वोटिंग 10 मई को और मतगणना 13 मई को होगी.