Karnataka Election 2023: AAP का मिशन कर्नाटक क्या होगा सफल, पार्टी का दावा- 15 सीटों पर कांटे की टक्कर देंगे
Karnataka Election: AAP ने 2018 में 28 सीटों पर चुनाव लड़ने के बाद भी यहां अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रही. राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने से पार्टी इस बार के चुनाव में खाता खोलने की उम्मीद कर रही है.
Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक में अगले महीने के 10 तारीख को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने से उत्साहित आप (आम आदमी पार्टी), इस बार के चुनाव में खाता खोलने की उम्मीद कर रही है. कर्नाटक विधानसभा के कुल 224 निर्वाचन क्षेत्रों में से पार्टी लगभग 200 पर उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की योजना बना रहा है. पार्टी ने अब तक 168 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है.
AAP कर्नाटक में 2018 में 28 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रही. पार्टी कर्नाटक में मात्र 0.06% वोट शेयर ही हासिल कर पाई थी. यहां तक की पार्टी के सभी उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई थी. इसबार पार्टी को कई सीटों पर अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है.
राष्ट्रीय पार्टी टैग ने हमें कर्षण दिया
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने न केवल पंजाब में चुनाव जीते, बल्कि इसने दिल्ली से बाहर भी अपना पार्टी का विस्तार किया. हाल ही में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की. अब पार्टी की नजर कर्नाटक में अपनी छाप छोड़ने की है, जहां स आप को इंडिया अगेंस्ट करप्शन की मुहिम के तहत साल 2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ युद्ध में अच्छा रेस्पांस मिला था.
आप नेता एच एन चंद्रशेखर उर्फ चंद्रू ने कहा कि उनकी पार्टी बीते पांच साल में मजबूती से उभर कर आई है. उन्होनें कहा, "केजरीवाल का प्रभाव अच्छी तरह से यहां पर है, हाल के चुनावों में AAP का अच्छा प्रदर्शन और राष्ट्रीय पार्टी टैग ने हमें काफी मदद की है. इस बार नतीजे अलग आएंगे.
आप ने अब तक कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कुल 168 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है और लगभग 30 पात्याशियों की आखिरी लिस्ट अगले कुछ दिनों में घोषीत करेगी.
त्रिकोणीय मुकाबला के आसार
चंद्रू ने आगे कहा कि केजरीवाल का प्रभाव अच्छी तरह से दिख रहा है. पार्टी को कम से कम 15 सीटों पर अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है. उन्होंने दावा किया कि बेंगलुरु शहर में सबसे अधिक सीटों पर AAP मजबूत रहेगी. गडग जिले की रॉन सीट से आप उम्मीदवार अनेकल डोड्डैया की जीतने की उम्मीद सबसे ज्यादा देखी जा रही हैं.
इस सीट की बात करें तो यहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला देखा गया है, लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि डोड्डैया की मजबूत छवी ने यहां त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है. रॉन विधानसभा निर्वाचन सीट से कांग्रेस ने जीएस पाटिल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, हालांकि बीजेपी को अभी तक यह तय नही किया है कि मौजूदा विधायक कालकप्पा बंदी ही यहां से फिर एक बार उम्मीदवार होंगे या नहीं.
इस सीट पर कुरुबा समुदाय के 60,000 मतदाता हैं
आप पार्टी के उम्मीदवार 40 वर्षीय दोड्डैया बेंगलुरु ग्रामीण से हैं, वह साल 1991 से 2013 तक बीजेपी में थे. जब उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया तो वह कांग्रेस में चले गए, जिसके बाद दोड्डैया पिछले साल आप पार्टी ज्वाइन कर लिये थे. उन्होंने कुरुबाओं को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन खड़ा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. रॉन सीट पर 2.3 लाख मतदाताओं में कुरुबा के संख्या करीब 60,000 है, जिसको ध्यान में रखकर आप ने दोड्डैया को यहां से चुना है.
दूसरा सबसे बड़ा हिस्सा पंचमसाली लिंगायत का है, जो कांग्रेस से नाराज हैं क्योंकि पार्टी लगातार दूसरी बार रेड्डी लिंगायत को मैदान में उतार रही है. हालांकि बीजेपी के मौजूदा एमएलए बंदी भी पंचमसाली से हैं. रॉन के अलावा, आप के पदाधिकारियों को महालक्ष्मी लेआउट, बीदर दक्षिण और देवनहल्ली में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है.
ये भी पढ़ें- Karnataka Election 2023: टिकट न मिलने से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार कांग्रेस में हुए शामिल, बताया क्यों लिया ये फैसला888