Karnataka: कर्नाटक चुनाव को लेकर सियासी घमासान जारी है. इसी के मद्देनजर बीजेपी ने अब कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी द्वारा अपने भाषण में 'कर्नाटक की संप्रभुता' शब्द इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई है. इसको लेकर बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को शिकायत पत्र सौंपा है और बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
पार्टी का कहना है कि जनप्रतिनिधि कानून के तहत चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन के लिए पार्टी एक हलफनामा देती है कि वह राष्ट्र की एकता अखंडता और संप्रभुता के प्रति समर्पित है जबकि सोनिया गांधी का बयान इसका उल्लंघन करता है.
इसी के साथ बीजेपी ने चुनाव आयोग से कहा है कि भ्रष्टाचार रेट कार्ड वाले विज्ञापन को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है लिहाजा उसे बीजेपी से लिखित में माफी मांगनी पड़ेगी. बीजेपी प्रतिनिधिमंडल का यह भी कहना है कि 7 मई की शाम 5 बजे तक कांग्रेस को आयोग के नोटिस का जवाब देना था. इसके बाद कांग्रेस का कोई जवाब नहीं आया है. इस मामले को लेकर दिल्ली में बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 6 मई को अपने चुनाव प्रचार के दौरान सोनिया गांधी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा था कि कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा करने की अनुमति नहीं देगी. इस बयान के लेकर बीजेपी सोनिया गांधी पर हमलावर नजर आ रही हैं.
कर्नाटक की संप्रभुता शब्द को लेकर बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने भी सोनिया गांधी पर आरोप लगाया है कि सोनिया गांधी ने हुबली में जो भाषण दिया है, उस भाषण में सोनिया गांधी ने कर्नाटक की संप्रभुता के बारे में बात की थी जबकि संप्रभुता शब्द केवल देश के लिए उपयोग किया जाता है. इसलिए उन्होंने सोनिया गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.