Karnataka Elections: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कई अनोखे मामले देखने को मिल रहे हैं. इसी कड़ी में हम एक ऐसे उम्मीदवार के बारे में बताने वाले हैं, जिनकी संपत्ति करोड़ों में है. मगर, वो नंगे पांव (बगैर जूते-चप्पल के) ही घर-घर जाकर चुनाव प्रचार और रैलियां करते हैं. इस उम्मीदवार का नाम गुरुराज शेट्टी गंटीहोल है और इनकी उम्र 42 साल है. ये बिंदूर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. गंटीहोल के मुताबिक, वो पिछले 20 साल से नंगे पैर चलने का अभ्यास कर रहे हैं. पार्टी कैडर और समर्थक उन्हें एक साधारण राजनेता के रूप में देखते हैं.
गंटीहोल का कहना है कि नंगे पांव चलने की आदत के लिए उन्हें किसी विशेष प्रशंसा की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वह हमेशा हर जगह नंगे पांव ही चलते हैं. यह खुद को लोगों की कठिनाइयों के प्रति सचेत और जागरूक रखना है और यह अभ्यास उन्हें समाज में लोगों के मुद्दों को हल करने के लिए काम करने के उनके कर्तव्यों की बार-बार याद दिलाता है. आइये जानते हैं गुरुराज शेट्टी गंटीहोल की कुल संपत्ति के बारे में.
गंटीहोल की कुल संपत्ति
पार्टी के निवर्तमान विधायक बीएम सुकुमार शेट्टी को टिकट से वंचित किए जाने के बाद गुरुराज शेट्टी गंटीहोल बेंदूर निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार बने. भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) को दायर एक हलफनामे में गंटीहोल ने 7.28 करोड़ रुपये की अपनी अचल संपत्ति की घोषणा की है. गुरुराज गंटीहोल की कुम्ता तालुक में एक काजू फर्म में 45% हिस्सेदारी है. इसके लिए उन्होंने साल 2012 में 89.64 लाख रुपये का भुगतान करके जमीन खरीदी और उसे डेवलप करने के लिए उसी फर्म में 2.56 करोड़ रुपये का निवेश किया.
अब फर्म में उनके हिस्से का अनुमानित मूल्य 7.28 करोड़ रुपये है. उनकी व्यक्तिगत देनदारी 1.64 करोड़ रुपये थी. गंटीहोल ने उल्लेख किया है कि उनके पास 32.7 लाख रुपये की अचल संपत्ति और 1.7 लाख रुपये की चल संपत्ति है. उनकी पत्नी अनुराधा शेट्टी के पास 18.7 लाख रुपये की संपत्ति है. गंटीहोल पर 1.6 करोड़ रुपये (व्यक्तिगत) और 9.1 करोड़ रुपये (फर्म) की देनदारियां हैं.
इसके अलावा, गंटीहोल ने अपने हलफनामे में यह भी जिक्र किया है कि चेक बाउंस होने के आरोप में एक अदालत ने उन्हें दोषी ठहराते हुए उन पर 6 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था. ऐसा नहीं करने पर उन्हें छह महीने के साधारण कारावास से भी गुजरना पड़ा था. हालांकि, निचली अदालत के फैसले पर रोक लगा दी गई है. अब इस मामले को कुंडापुरा में अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायालय की तरफ से बहस के लिए पोस्ट किया गया है.
क्यों नंगे पांव रहते हैं गंटीहोल?
गुरुराज शेट्टी गंटीहोल ने कहा 'मैं अयप्पा स्वामी का भक्त हूं और हर महीने सबरीमाला जाता हूं. व्रतधारी होने के नाते मैं जूते नहीं पहनता. यह अब मेरे जीवन की दिनचर्या बन गई है. मेरे लिए चप्पल न पहनना मेरी जीवनशैली का हिस्सा है, इससे ज्यादा कुछ नहीं'.
उन्होंने कहा 'मैं उप्पुंडा गांव के गंटीहोल में एक गरीब परिवार में पैदा हुआ था और खेतों में मजदूर के रूप में काम करता था. जब मैं स्कूल में था तो कक्षाओं में जाने से पहले मैं हर दिन खेती का काम करता था'.
बीजेपी उम्मीदवार ने कहा 'मैं अपने स्कूल के दिनों में आरएसएस के पदाधिकारियों से मिला और उसके बाद मैं संघ की गतिविधियों में शामिल हो गया. कॉलेज में प्रवेश करने के बाद मैं फुल टाइम आरएसएस कार्यकर्ता बन गया. बाद में मुझे बीजेपी में जिम्मेदारी दी गई. मैं बचपन से ही सादा जीवन जी रहा हूं'.