BJP on Karnataka Elections: कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों में सत्ता पाने की जद्दोजहद जारी है. कर्नाटक में दोबारा से सत्ता पर काबिज होने की इच्छा लिए बीजेपी अपने प्रमुख चेहरों को लेकर चुनावी मैदान में उतर रही है, जो इस चुनाव को जितवाने में अपना अहम योगदान दे सकते हैं. इनमें सीएम बसवराज बोम्मई, पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा, बीवाई विजयेंद्र और सीटी रवि शामिल हैं. वहीं, सोमवार (10 अप्रैल) को अपनी पहली सूची में बीजेपी लगभग 150 से 160 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है. आइए जानते हैं कि कर्नाटक में किन बड़े चेहरों को उनके प्रदर्शन के आधार पर बीजेपी का टिकट मिल सकता है.
सीएम बसवराज बोम्मई
कर्नाटक विधानसभा की शिगगांव सीट से इस बार सीएम बसवराज बोम्मई चुनाव लड़ सकते हैं. सीएम बोम्मई ने रविवार को इसकी पुष्टि की और कहा कि 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में वह शिगगांव सीट से टिकट की मांग करेंगे और वहीं से चुनाव लड़ेंगे. सीएम बोम्मई ने कहा था कि चुनाव का सामना करने के लिए हमारी पार्टी पूरी तरह से तैयार है. सत्तारूढ़ बीजेपी पिछले सालों में किये अपने प्रदर्शन को लेकर वोट मांग रही है.
बीएस येदियुरप्पा
बीएस येदियुरप्पा भी कर्नाटक बीजेपी के लोकप्रिय चेहरों में से एक हैं. लेकिन,येदियुरप्पा ने इस बार के विधानसभा चुनाव से दूरी बना ली है. साल 2019 से जुलाई, 2021 के बीच येदियुरप्पा कर्नाटक के सीएम थे, इसके बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. साल 2019 में कर्नाटक के लोकसभा चुनावों में येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी ने 28 में से 25 सीटें जीती थीं. वो कर्नाटक बीजेपी का प्रमुख चेहरा बने हुए हैं.
बीवाई विजयेंद्र
बीवाई विजयेंद्र, कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के बेटे हैं. इस साल के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में विजयेंद्र शिकारीपुरा के घरेलू मैदान से चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोंक सकते हैं. बता दें कि साल 1983 से ही शिकारीपुरा विधानसभा क्षेत्र से येदियुरप्पा लगातार 7 बार जीतते आए हैं. कर्नाटक में बीजेपी को उबारने का श्रेय येदियुरप्पा को जाता है.
सीटी रवि
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सीटी रवि ने कर्नाटक में प्रमुखता हासिल की है और वो पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर भी हैं. चिकमंगलूर विधानसभा क्षेत्र से चार बार जीत हासिल करने वाले रवि की संभावनाएं इसी सीट से फिर चुनाव लड़ने की है. बता दें कि बीजेपी आंतरिक रूप से गुटों में बंटी है, जिसमें सीटी रवि और बीएस येदियुरप्पा का ग्रुप अलग है. बीजेपी नेता बीएल संतोष के खेमे से खेल करने वाले सीटी रवि को येदियुरप्पा का विरोधी माना जाता है.