Karnataka Election 2023: राहुल-प्रियंका के प्रचार से बीजेपी को होगा फायदा, कांग्रेस के सवाल पर बोले सीएम बोम्मई
Karnataka: बोम्मई ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार देश के विकास के लिए काम कर रही है. जो विकास चाहते हैं वे बीजेपी का समर्थन करेंगे और जो नहीं चाहते वे कांग्रेस को वोट देंगे.
Karnataka Elections: चुनावी राज्य कर्नाटक में राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान जोर शोर से चल रहा है. राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार (26 अप्रैल) को कहा कि अगर राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक में आते हैं तो इससे बीजेपी बहुत खुश होगी और पार्टी को फायदा होगा. क्योंकि, 'जहां भी चुनाव से पहले दोनों गए थे कांग्रेस हार गई है'. दरअसल, कांग्रेस अक्सर ये सवाल पूछती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक क्यों आ रहे हैं? मुख्यमंत्री बोम्मई ने इसी का जवाब दिया है.
डबल इंजन सरकार से देश का विकास
मुख्यमंत्री बोम्मई ने यमकनमराडी सीट से बीजेपी उम्मीदवार बसवराज हांदरी के लिए प्रचार किया. इसके बाद उन्होंने कहा कि 10 मई को होने वाला विधानसभा चुनाव ऐतिहासिक होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार देश के विकास के लिए काम कर रही है. जो विकास चाहते हैं वे डबल इंजन सरकार का समर्थन करेंगे और जो नहीं चाहते वे कांग्रेस को वोट देंगे.
उन्होंने कहा कि डबल इंजन वाली सरकार की बदौलत ही 60 हजार करोड़ रुपये की लागत से 6 हजार किलोमीटर सड़कें बनाई गई हैं. बेलगावी-कुडाची रेलवे लाइन को दोहरी लाइन में बनाया जा रहा है. डबल इंजन वाली सरकार के कारण किसान सम्मान योजना संभव हो पाई है.
कांग्रेस का मतलब भ्रष्टाचार
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का जिक्र किया, जिससे कांग्रेस नेता परेशान हैं. क्योंकि, प्रधानमंत्री मोदी जहां भी गए, वहां कांग्रेस मुक्त हो गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मतलब भ्रष्टाचार है और भ्रष्टाचार का मतलब कांग्रेस है.
कांग्रेस खेल रही इमोशनल कार्ड
मुख्यमंत्री बोम्मई ने आगे कहा कि कांग्रेस के नेता सामाजिक न्याय की बात करते हैं, लेकिन मौजूदा बीजेपी सरकार ने एससी/एसटी समुदायों के लिए कोटा बढ़ाया और साथ ही आंतरिक आरक्षण भी पेश किया. उन्होंने कहा कि पिछली सिद्धारमैया सरकार ने प्रतिक्रिया के डर से आंतरिक आरक्षणों को लागू करने से इनकार कर दिया था. कांग्रेस जनता के साथ इमोशनल कार्ड खेल रही है.
ये भी पढ़ें- Congress: प्रियंका गांधी को PM उम्मीदवार बनाने की उठी मांग, क्या कांग्रेस का शुरू होने वाला है नया दौर?