Karnataka Election 2023: 'सरदार पटेल ने RSS को किया था बैन', कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने कहा- बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का...
Karnataka Elections: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने गुरुवार को कहा कि बजरंग दल को कर्नाटक सरकार के माध्यम से प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता है. मैं आपको एक नेता के रूप में यह बता सकता हूं.
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Karnataka Elections: कर्नाटक के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के घोषणापत्र पर बजरंग दल को बैन करने की बात पर सियासी घमासान मचा हुआ है. राज्य में पीएम नरेंद्र मोदी सहित सत्तारूढ़ बीजेपी के सदस्यों का विरोध शुरू हो गया है. कर्नाटक के अलावा देशभर में कांग्रेस की यह घोषणा चर्चा का विषय बनी है. इसी बीच कर्नाटक के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने गुरुवार (4 मई) को कहा है कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का हमारा कोई इरादा नहीं है.
वीरप्पा मोइली ने क्या कहा?
कर्नाटक कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र जारी करने दो दिन बाद वीरप्पा मोइली ने उडुपी में बयान दिया. उन्होंने कहा कि 'हमने अपने घोषणापत्र में पीएफआई और बजरंग दल दोनों का जिक्र किया है. इसमें सभी (कट्टरपंथी) संगठन शामिल हैं. बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का हमारा कोई प्रस्ताव नहीं है. बजरंग दल को कर्नाटक सरकार के माध्यम से प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता है. मैं आपको एक नेता के रूप में यह बता सकता हूं. इसके बारे में डीके शिवकुमार और अधिक स्पष्टता देंगे'.
मोइली ने कहा कि 'हेट स्पीच पर सुप्रीम कोर्ट के कठोर आदेश के बाद ही कांग्रेस ने घोषणापत्र में बजरंग दल जैसे संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र किया है, लेकिन हमारा बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई इरादा नहीं है. बीजेपी सरदार वल्लभभाई पटेल की पूजा करती है, लेकिन वह भूल जाती है कि एक समय सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, बाद में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इस फैसले को रद्द कर दिया था.'
क्या था घोषणापत्र में?
कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया था कि पार्टी बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच दुश्मनी या नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसमें पार्टी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और बजरंग दल का नाम लिया था. पीएफआई एक मुस्लिम समूह है, जिसे आतंकवाद से कथित संबंधों के लिए कुछ राज्यों में प्रतिबंधित किया गया था. वहीं, बजरंग दल को अक्सर सतर्कता, हिंसा और नैतिक पुलिसिंग से जोड़ा जाता है.
पीएम मोदी ने की कांग्रेस की आलोचना
घोषणापत्र में बजरंग दल को शामिल करने की पीएम नरेंद्र मोदी ने तीखी आलोचना की थी. उन्होंने कांग्रेस पर बजरंग दल के जरिये पूजनीय हिंदू देवता भगवान हनुमान का अपमान करने का आरोप लगाया. पीएम ने यह भी कहा कि कांग्रेस को एक और हिंदू देवता भगवान राम से दिक्कत है, जिनका मंदिर अयोध्या में विवादित स्थल पर बीजेपी बनाना चाहती है.
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस ने पलटवार करते हुए पीएम मोदी पर भगवान हनुमान की तुलना बजरंग दल से करके भक्तों की 'धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने' का आरोप लगाया और उनसे माफी की मांग की. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि यह शर्मनाक है कि प्रधानमंत्री ने इस तरह की तुलना की है, जो भगवान हनुमान के करोड़ों भक्तों का अपमान है.
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