Karnataka Elections: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद से ही राज्य में राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर लगातार हमले कर रही हैं. कर्नाटक में पक्ष-विपक्ष के बीच छिड़े घमासान के बीच कांग्रेस के दूसरे नेता भी बीजेपी सरकार पर तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. इस बीच कर्नाटक विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. सुरजेवाला ने बीजेपी को दुनिया की सबसे भ्रष्ट सरकार बताया है.
कर्नाटक बीजेपी में है कलह
आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी बीजेपी ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है. इसे लेकर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि 'कर्नाटक के 80% उम्मीदवारों को हमने फाईनल कर दिया है. तीन बैठक के बाद भी बीजेपी ने अपना टिकट फाईनल नहीं किया है. तीनों बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे. कलह कर्नाटक बीजेपी में है. दुनिया की सबसे भ्रष्ट सरकार कर्नाटक में है, जो बीजेपी की है. हम कर्नाटक की अस्मिता के लिए लड़ेंगे. बाकी, राजस्थान का प्रश्न राजस्थान के प्रभारी से पूछिये'.
पीएम मोदी और अमित शाह को घेरा
इससे पहले शनिवार (8 अप्रैल) को सुरजेवाला ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी घेरा था. उन्होंने कहा था कि 'वो फिल्म स्टार्स की सहायता ले रहे हैं, क्योंकि न बोम्मई जी को कोई सुनता है, न नड्डा जी और न ही मोदी जी को कोई सुनता है और अमित शाह की रैली में कुर्सियां खाली रहती हैं'. सुरजेवाला ने कहा था कि 'अब बीजेपी पैनिक स्ट्रीकर है, 40% कमीशन से कर्नाटक को लूटकर और युवाओं को लूटकर जब उन्हें कुछ नहीं मिला तो वे सब बिरादरियों को बरगलाने के लिए एससी/एसटी रिजर्वेशन लेकर आए. वो जब 56% हो गई तो मोदी सरकार ने उसे खारिज कर दिया'.
बोम्मई पर कसा तंज
सुरजेवाला ने कहा था कि 'मुख्यमंत्री बोम्मई अपनी सीट पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते, उनके मंत्रीगण भी अपनी सीट पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते, सब अपनी-अपनी सीट छोड़कर भाग रहे हैं. बीजेपी में भगदड़ मच गई है और बीजेपी का नाम अब भगदड़ पार्टी हो गया है. बीजेपी में कोई चुनाव नहीं लड़ना चाहता है. बोम्मई जी की तस्वीर पोस्टर पर नहीं है, इन्हें राज्य के विकास से कोई मतलब नहीं हैं'. उन्होंने कहा था कि प्रह्लाद जोशी, मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे है कि उन्हें विपक्ष का नेता बना दिया जाए, लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा है. इसलिए अपना गुस्सा हम पर निकाल रहे हैं.