Karnataka Elections: 'बोम्मई के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का पर्दाफाश करेंगे', टिकट कैंसिल होने पर बोले नेहरू ओलेकर- CM ने कही ये बात
BJP Candidates List Fallout: ओलेकर ने कहा कि बोम्मई के मुख्यमंत्री कार्यकाल और उससे पहले भी भ्रष्टाचार के कई उदाहरण हैं. हम आने वाले दिनों में इसका पर्दाफाश करेंगे. हम जांच के लिए दबाव बनाएंगे.
BJP Candidates List Fallout: बुधवार (12 अप्रैल) को बीजेपी में प्रत्याशियों की दूसरी सूची घोषित की थी. इसमें कई मौजूदा विधायकों के टिकट कैंसिल किए गए थे, जिससे कर्नाटक बीजेपी में मनमुटाव बढ़ता जा रहा है. टिकट से वंचित किए जाने के कुछ घंटों बाद हावेरी के विधायक नेहरू ओलेकर ने सीएम बसवराज बोम्मई पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का 'पर्दाफाश' करेंगे. बता दें कि हाल ही में अपने बेटों को सरकारी धन देने के आरोप में नेहरू ओलेकर को दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी.
ओलेकर ने लगाए आरोप, बोम्मई ने किया खारिज
ओलेकर ने कहा कि बोम्मई के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान और उससे पहले भी भ्रष्टाचार के कई उदाहरण हैं, उनमें कई कमियां थीं. हम आने वाले दिनों में इसका पर्दाफाश करेंगे. हम जांच के लिए दबाव बनाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि बोम्मई ने उन्हें टिकट से वंचित करने के लिए साल 2018 में पैरवी की थी. इन आरोपों को खारिज करते हुए सीएम बोम्मई ने कहा कि उन्हें (ओलेकर) ये आरोप दस्तावेजों के साथ लगाने चाहिए. एक बार इसकी जांच हो जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी'.
कुमारस्वामी ने सीटी रवि पर लगाया आरोप
तीन बार के मुदिगेरे विधायक सांसद कुमारस्वामी को इस बार टिकट नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और जल्द ही विधायक के रूप में अपना इस्तीफा सौंप दूंगा. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि पर टिकट काटने का आरोप लगाते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि टिकट कटने की वजह सीटी रवि हैं. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव होने के नाते उनके पास अब इसका पावर है. अगर मैं उनकी जगह होता तो मैं यह सुनिश्चित करता कि वह अपनी सीट भी खो दें.
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी, येदियुरप्पा के बिना रैलियों के लिए लोगों को आकर्षित नहीं कर पा रही है. येदियुरप्पा अगर एक हफ्ते के लिए अपना फोन बंद कर दें तो बीजेपी 50 सीटें भी नहीं जीत पाएगी. बता दें कि दूसरी सूची में सुकुमार शेट्टी (बिंदूर), मदल विरूपक्षप्पा (चन्नागिरी), प्रोफेसर लिंगन्ना (मायाकोंडा) और सी एम निंबन्नावर (कालघटगी) भी टिकट से चूक गए हैं. कुल मिलाकर बीजेपी ने अब तक घोषित दो सूचियों में से 14 मौजूदा विधायकों को मैदान में नहीं उतारा है.
बेंगलुरू के बीजेपी कार्यालय में प्रदर्शन
12 अप्रैल को बेंगलुरू स्थित प्रदेश बीजेपी कार्यालय के सामने राउडी-शीटर साइलेंट सुनील के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया. ये विरोध चामराजपेट निर्वाचन क्षेत्र से आईपीएस अधिकारी भास्कर राव को टिकट मिलने के खिलाफ किया गया. कहा जाता है कि इस सीट पर सुनील की नजर थी. हालांकि, बीजेपी का कहना है कि सुनील पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं. लेकिन, हाल ही में उन्हें बीजेपी नेताओं के साथ मंच साझा करते देखा गया था. वहीं, जयनगर सीट से उम्मीदवार एनआर रमेश के समर्थकों ने भी विरोध प्रदर्शन किया.
इन नेताओं ने जताई नाराजगी
मंगलवार को पहली सूची घोषित होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने कहा कि अगर बीजेपी ने उन्हें मैदान में नहीं उतारा तो भी वह चुनाव लड़ेंगे और टिकट के लिए पैरवी करते रहेंगे. पार्टी को हुबली-धारवाड़ सेंट्रल के लिए एक उम्मीदवार को अंतिम रूप देना बाकी है, जिसका वह वर्तमान में प्रतिनिधित्व करते हैं. शेट्टार ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ बुधवार को नई दिल्ली में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. उन्होंने बताया कि नड्डा ने कहा था कि वह अन्य नेताओं से बात करेंगे और फोन करेंगे फिर एक निर्णय पर आएंगे. शेट्टार ने कहा था कि मैं उसका पालन करूंगा.
उडुपी में तीन बार के विधायक रघुपति भट का टिकट यशपाल सुवर्णा को दे दिया गया. कर्नाटक में कॉलेज परिसर में हिजाब पहनने की मांग करने वाली छात्राओं के खिलाफ यशपाल सबसे मुखर आवाज़ों में से एक थे. रघुपति भट ने भावुक होकर कहा था कि मैं पार्टी के फैसले से दुखी नहीं हूं. लेकिन, जिस तरह से उन्होंने मेरे साथ व्यवहार किया उससे मैं दुखी हूं. अब तक हमारे किसी भी नेता ने मुझे यह बताने के लिए फोन नहीं किया कि मुझे पार्टी से क्यों नहीं उतारा गया. अगर उन्होंने मुझे तीन या छह महीने पहले कहा होता कि मुझे मेरी जाति के कारण मैदान में नहीं उतारा जा सकता, तब मैं सहमत होता और केएस ईश्वरप्पा की तरह फैसला लेता'.
बता दें कि उम्मीदवारों की पहली सूची में अपना नाम नहीं होने के बाद ईश्वरप्पा ने संन्यास की घोषणा की थी. शिमोगा से टिकट की तलाश में जुटे ईश्वरप्पा के बेटे केई कांतेश ने गुरुवार को बेंगलुरु में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. हालांकि, पार्टी ने अभी तक इस सीट के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है.
छह बार के विधायक और राज्य के मंत्री अंगारा एस ने भी सुलिया सीट से टिकट कैंसिल होने के बाद संन्यास की घोषणा की. उन्होंने कहा कि समर्पण के साथ पार्टी के लिए मेहनत करने वाले विधायक के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया जाता है. मैं बिना किसी दाग के पार्टी और समाज के लिए काम करता रहा हूं, लेकिन ईमानदारी की कोई कीमत नहीं है. टिकट काटना मेरी ईमानदारी के लिए झटका है. मैं अब पार्टी के लिए काम नहीं करूंगा. मैं अब राजनीति और चुनाव प्रचार में भी नहीं रहूंगा. इन सबको लेकर सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता जल्द ही 'नाराज' नेताओं से बात करेंगे.