Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक चुनाव 2023 के मद्देनजर सूबे में सियासी पारा अपने चरम पर है. राज्य में चुनाव के लिए एक महीने से भी कम समय बचा है. सभी पार्टियां राज्य में सरकार बनाने की होड़ में लगी है, ऐसे में सतारुढ़ दल बीजेपी और विपक्षी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है. आगामी चुनाव में कई ऐसे मुद्दे होंगे, जिसके जरिये राजनीतिक दल एक-दूसरे को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश करेंगे.
पिछले वर्ष परीक्षा देने गई लड़कियों के हिजाब को लेकर खूब हंगामा हुआ था. जिसके चलते राज्य के कई हिस्सों में हालात बिगड़ गए थे. कर्नाटक के करावली क्षेत्र में विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होने वाले हैं. हालांकि, युवा मतदाताओं में मोदी लहर का असर महसूस किया जा सकता है, लेकिन हिंदुत्व, गौहत्या, आतंकवाद, हिजाब की चर्चा चुनाव में होना तय है.
यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा है
बीजेपी ने उडुपी सीट से यशपाल सुवर्णा को उम्मीदवार बनाया है. यशपाल कॉलेज की विकास समिति के उपाध्यक्ष हैं और इस क्षेत्र के एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं. यहां बीजेपी नेता की सोच हिंदुत्व को बनाए रखने की होगी, जो एक महत्वपूर्ण मुद्दे के रुप में इस बार कर्नाटक चुनाव में है. कर्नाटक के समाज कल्याण मंत्री कोटा श्रीनिवास पूजारी ने बुधवार (12 अप्रैल) को एचटी को बताया, 'हिंदुत्व एक एजेंडा है. यह कोई नकारात्मक मुद्दा नहीं है, यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा है.'
बीजेपी के मौजूदा विधायक और मैंगलोर (दक्षिण) से घोषित उम्मीदवार डी वेदव्यास कामथ ने पुजारी के इस कथन का समर्थन किया. उन्होंने कहा, 'एक राजनीतिक दल के रूप में हमें अपनी पार्टी के दृष्टिकोण के अनुसार चलना चाहिए. हम अपने हिंदुत्व के एजेंडे को पूरा करेंगे. साथ ही, हम कर्नाटक में विकास के मुद्दे को भी सबके सामने लाएंगे.'
सरकार 40% कमीशन खा रही है?
कांग्रेस उम्मीदवार प्रसाद राज कंचन, जो मोगावीरा या मछुआरा समाज से आते हैं. उन्होंने राज्य की बीजेपी सरकार की प्रशासनिक विफलता पर निशाना साधा. कंचन ने कहा कि जहां कही भी वह जाते हैं, मतदाता रसोई गैस और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी की बात करते हैं. उन्होंने कहा, 'हम मतदाताओं से कह रहे हैं, क्या आप जानते हैं कि बोम्मई सरकार 40% कमीशन खा रही है?' लोग कमीशन की बात कर रहे हैं.' कंचन ने कहा कि इस निर्वाचन क्षेत्र के लोग शिक्षित हैं, ये जानते हैं प्रशासन पर सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है.
कांग्रेस नेता कंचन ने बीजेपी पर संप्रादायिकता का कार्ड खेलने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि वो बीजेपी को 40% कमीशन शुल्क लेने, ईंधन और रसोई गैस की कीमत में बढ़ोतरी के मुद्दे पर घेरेंगे. वहीं एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने कहा, "हम अन्य चीजों के बारे में चिंतित हैं. युवा मतदाता, खासकर जिनकी उम्र 18 से 24 के बीच है, वे इस हिंदुत्व के मुद्दे से काफी प्रभावित हैं. हमारे पास एक ऐसा उम्मीदवार है जो साधन-संपन्न है और उसकी छवि साफ-सुथरी है. यह हिंदुत्व और बोम्मई सरकार के भ्रष्टाचार के बीच की लड़ाई है'.
हम अपने देश से प्यार करते हैं
करावली क्षेत्र में बिल्लव, मोगावीरा और शेट्टी प्रमुख समुदाय हैं. बीजेपी का शेट्टी और बिल्लावा मतदाताओं के बीच एक मजबूत समर्थन आधार है. वहीं कांग्रेस ओबीसी, एससी, एसटी, ईसाइयों और मुस्लिमों पर निर्भर है. बीजेपी नेता वेदव्यास कामथ बताते हैं कि हिंदुत्व क्या है और कैसे मीडिया और उनके राजनीतिक विरोधियों ने हिंदुत्व की गलत व्याख्या की. उन्होंने कहा, हम अपने देश से प्यार करते हैं, हम अपनी जमीन से प्यार करते हैं. हम सभी के लिए काम करते हैं. उन्होंने कहा कि बोम्मई सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप का दावा करने वाले कांग्रेस के पास कोई सबूत नहीं है.
ये भी पढें- 'कई बीजेपी नेताओं के आ रहे फोन', कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार का दावा, बोले- राज्य में...