Siddaramaiah on Karnataka Elections: कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में 20 दिन से कम का समय बचा है. चुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक दलों के बीच दूध उत्पादों का मुद्दा गरम हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने गुजरात स्थित सहकारी डेयरी अमूल और कर्नाटक स्थित नंदिनी के बीच संभावित विलय से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि अगर वह मुख्यमंत्री बने, तो कर्नाटक के लोगों से कहेंगे कि वे अमूल का दूध न खरीदें. पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने शनिवार (22 अप्रैल) को इंडिया टुडे कर्नाटक राउंडटेबल 2023 के एक कार्यक्रम में सिद्धारमैया ने तमाम बातें की.


'लोगों से कहूंगा कि अमूल का दूध मत खरीदो'


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने कहा, 'अमूल को अपने मौजूदा उपभोक्ता आधार पर टिके रहना चाहिए. कर्नाटक में घुसकर वह स्थानीय किसानों के साथ अन्याय करने की कोशिश कर रहा है. इसलिए हम अमूल की एंट्री का विरोध करेंगे. अगर मैं मुख्यमंत्री बना तो लोगों से कहूंगा कि अमूल का दूध मत खरीदो.' विपक्ष के रुख को बाजार विरोधी नहीं बताते हुए सिद्धारमैया ने कहा, 'कृत्रिम मांग पैदा करना अच्छा नहीं है. गुणवत्ता के लिहाज से नंदिनी, अमूल ब्रांज जितना ही अच्छा है. इसलिए अमूल को नंदिनी के कारोबार में दखल नहीं देना चाहिए.'


5 अप्रैल को कर्नाटक के बाजार में गुजरात स्थित सहकारी डेयरी अमूल की दूध और दही की आपूर्ति करने की घोषणा ने विपक्ष को सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधने का एक और मौका दे दिया है. दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने काफी दिनों पहले घोषणा की थी कि क्षेत्र के लिए दो डेयरी ब्रांडों का सहयोग चमत्कार कर सकता है. इसके बाद से ये मामला फिर से सामने आया है. बता दें कि अमित शाह के पास सहकारिता विभाग भी है.


बीजेपी पर विपक्षियों का निशाना 


विपक्षी दल कांग्रेस और जेडीएस ने राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी पर फिर से निशाना साधा है. उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) से 21,000 करोड़ रुपये के ब्रांड नंदिनी का गुजरात स्थित सहकारी डेयरी अमूल के साथ विलय किया जा सकता है. लेकिन, राज्य की जनता का नंदिनी से भावनात्मक जुड़ाव है.


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