Karnataka Election 2023: क्या कुमारस्वामी की पत्नी अनीता लड़ेंगी कर्नाटक विधानसभा चुनाव, यहा जानिए जवाब
Karnataka: कुमारस्वामी ने कहा कि हासन की राजनीति और मेरी पत्नी की राजनीति अलग है. मेरी पत्नी इस पार्टी को बचाने के लिए राजनीति में आई थी. मेरी पत्नी के चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं है.
Anitha Kumaraswamy on Karnataka Elections: अगले महीने कर्नाटक में विधानसभा चुनाव शुरू होने वाले हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव जीतने के लिए अपनी ताकत झोंक रही है. इसी बीच, जेडी (एस) के नेता एच डी कुमारस्वामी की पत्नी अनीता कुमारस्वामी की 10 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग गया है. बीते मंगलवार को कुमारस्वामी ने अनीता के चुनावी मैदान में उतरने की अफवाहों को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा कि हासन की राजनीति अलग है और मेरी पत्नी की राजनीति अलग है. अनीता ने पहले पार्टी को बचाने के लिए चुनाव लड़ा था, जब उनके पास कुछ प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार थे. हालांकि, अब उन्हें चुनावी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है और उन्होंने इससे दूर रहने का फैसला किया है.
कुमारस्वामी ने कही ये बात
अगर कुमारस्वामी की भाभी भवानी रेवन्ना को हासन का टिकट मिल जाता है तो तुमकुर ग्रामीण टिकट के लिए अनीता दबाव बनाएंगी? इसके जवाब में कुमारस्वामी ने कहा कि हमारे बीच कोई और भ्रम नहीं है और हासन के मसले पर भी कोई भ्रम नहीं है. एक और चीज जो मैंने अखबार में और टीवी पर भी देखी वह यह है कि वे अनीता कुमारस्वामी के नाम बीच में लाए हैं. उन्होंने कहा कि कृपया, मैं यह हाथ जोड़कर कह रहा हूं कि मेरी तरफ से अनीता कुमारस्वामी को तीन चुनावों में चुनाव लड़ने का कारण यह है कि उन सीटों पर पार्टी का कोई उम्मीदवार नहीं था. मैंने पार्टी की शान बचाने के लिए उन्हें राजनीति में उतारा और चुनाव लड़ाया.
परिवार का मतभेद बना विवाद का विषय
ऐसा लगता है कि हासन सीट के संबंध में परिवार के भीतर मतभेद के बीच मीडिया रिपोर्टों ने कुमारस्वामी को परेशान कर दिया है, जो भवानी के रूप में विवाद का विषय बन गया है. कुमारस्वामी के बार-बार यह स्पष्ट करने के बावजूद कि वह मैदान में नहीं उतरेंगे और इसके बजाय एक निष्ठावान पार्टी कार्यकर्ता मैदान में उतारेंगे. इस पर भवानी ने भरोसा नहीं किया. हासन जिला पंचायत की पूर्व सदस्य भवानी रेवन्ना, कुमारस्वामी के बड़े भाई और पूर्व मंत्री एच डी रेवन्ना की पत्नी और पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी संरक्षक एच डी देवेगौड़ा की बहू हैं. उन्हें अपने पति और बेटों (प्रज्वल और सूरज रेवन्ना) का समर्थन प्राप्त है, जो क्रमशः हासन से लोकसभा के सदस्य और एमएलसी हैं.
मेरी पत्नी का नाम न लाएं, उसके चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं है
कुमारस्वामी ने कहा कि अनीता कुमारस्वामी ने कभी भी परिवार की छवि और नाम को नुकसान पहुंचाने या नष्ट करने का कोई प्रयास नहीं किया. इसलिए उन्हें अब चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है और वह चुनावी राजनीति से दूर हैं. उन्होंने कहा कि मैंने उनका राजनीति में दुरुपयोग किया था, जब पार्टी के गौरव को बचाने के लिए कोई पार्टी का उम्मीदवार नहीं था. राजनीति में कुछ हासिल करने की उनकी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है. वह बेटे के पक्ष में चुनावी राजनीति से दूर रहीं है. जैसा कि मीडिया में बताया जा रहा है, वैसा कुछ नहीं है. गौड़ा की बहुओं के बीच चुनाव लड़ने या लड़ने की कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है. कुमारस्वामी ने कहा कि हासन की राजनीति अलग है और मेरी पत्नी की राजनीति अलग है. मेरी पत्नी इस पार्टी को बचाने के लिए राजनीति में आई थीं. उसे उस श्रेणी में शामिल न करें. मेरी पत्नी का नाम न लाएं, उसके चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं है, वह नहीं आएगी.
आगामी चुनावों के लिए उम्मीदवार हैं निखिल
अनीता वर्तमान में रामनगर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं, जहां से उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी आगामी चुनावों के लिए उम्मीदवार हैं. अपनी मां के चुनाव लड़ने की खबरों को खारिज करते हुए निखिल ने कहा कि 'इस तरह का कोई सवाल ही नहीं है. मेरी मां ने चुनावी राजनीति से दूर रहने का फैसला किया है. मैं जरूरत पड़ने पर चुनाव लड़ने से पीछे हटने और जरूरत पड़ने पर पार्टी के लिए काम करने के लिए भी तैयार हूं.' अभिनेता से नेता बने निखिल जेडी (एस) की युवा शाखा के प्रमुख हैं और उन्होंने मांड्या से साल 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे.