Karnataka Elections: कर्नाटक में सत्ता में आने पर बजरंग दल पर बैन लगाने की बात करने वाले कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर राज्य में घमासान मचा हुआ है. दोनों राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है. इस दौरान बीजेपी ने वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने 4 मई को कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र की एक प्रति जला दी. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. ईश्वरप्पा ने इसे 'मुस्लिम लीग' (पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना के संगठन) का घोषणापत्र करार दिया. इसके अलावा, उन्होंने शिवकुमार और सिद्धारमैया को गिरफ्तार की भी बात कही.


जानिए केएस ईश्वरप्पा ने क्या कहा है?


केएस ईश्वरप्पा ने बजरंग दल को 'देशभक्त संगठन' बताते हुए पूछा कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात करने की उनकी (कांग्रेस) हिम्मत कैसे हुई? उन्होंने कहा कि डीके शिवकुमार कहते हैं कि पूरा वोक्कालिगा समुदाय उनके साथ है और वह मुख्यमंत्री बनेंगे. सिद्धारमैया कहते हैं कि पिछड़ा वर्ग उनके साथ है और वह मुख्यमंत्री बनेंगे. दोनों नेता समुदायों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.


ईश्वरप्पा ने कहा कि हमें पहले शिवकुमार और सिद्धारमैया को गिरफ्तार करना चाहिए. उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.


क्या था कांग्रेस के घोषणापत्र में?


कांग्रेस के घोषणापत्र मुताबिक, अगर उन्‍हें कर्नाटक में सरकार बनाने का अवसर मिला तो वे बजरंग दल और पीएफआई जैसी संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा देंगे. उन्होंने वादा किया था कि हमारी पार्टी जाति या धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है.


घोषणापत्र में कहा गया कि हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं. बजरंग दल और पीएफआई जैसे व्यक्तियों और संगठनों के जरिये बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच शत्रुता या घृणा को बढ़ावा देने वाले अन्य लोगों की तरफ से इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है. हम ऐसे किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाने सहित कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करेंगे.


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