Karnataka Election 2023: 'भवानी की चुनौती' पर बोले कुमारस्वामी- 'पार्टी में किसी भी 'विद्रोह' का मनोरंजन नहीं करेंगे'
Karnataka Election: जनता दल (सेक्युलर) से हसन सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री एच डी देवेगौड़ा की बहू और एच डी रेवन्ना की पत्नी भवानी चुनाव लड़ने पर अड़ी हुई हैं.
Karnataka Election 2023: चुनावी क्षेत्र कर्नाटक में सभी पार्टियां दमखम के साथ मैदान में उतर गई हैं. साथ ही सभी पार्टियों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का शिलसिला भी शुरू कर दिया है. कर्नाटक की एक सीट ऐसी भी है जहां जनता दल (सेक्युलर) परिवार विद्रोह झेल रहा है. कर्नाटक में हसन निर्वाचन क्षेत्र पर बढ़ रहे परिवारीक विद्रोह पर शनिवार (1 अप्रेल) को पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कहा कि वह किसी भी विद्रोह का स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि हासन सीट सहित उम्मीदवारों की दूसरी सूची अगले दो दिनों में जारी की जाएगी.
जनता दल (सेक्युलर) के लिए हसन सीट एक बड़ी सिर दर्द बन गई है. यहां पार्टी परिवार की अंधरुनी विद्रोह का सामना कर रही है. बता दें कि जेडी(एस) ने अब तक हसन निर्वाचन क्षेत्र के लिए अभी तक उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है. इसके पीछे की वजह पूर्व मुख्यमंत्री एच डी देवेगौड़ा की बहू और एच डी रेवन्ना की पत्नी भवानी हैं. भवानी, हसन से चुनाव लड़ने पर अड़ी हुई हैं, जो कि जे डी (एस) का गढ़ माना जाता है.
'मैं विद्रोही को एंटरटेन नही करूंगा'
सूत्रों से पता चला है कि भवानी ने चेताया है कि अगर उन्हें हसन निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नही दिया गया, तो वह विधानसभा चुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरेंगी. साथ ही उनके दोनों बेटे- हसन सांसद प्रज्वल रेवन्ना और एमएलसी सूरज रेवन्ना ने भी इस मुद्दे पर अपनी मां का समर्थन किया है. कुमार स्वामी ने मीडिया के सवाल पर जबाब देता हुए कहा, मैं विद्रोही को एंटरटेन नही करूंगा. मैं पहले ही कई बार कह चुका हूं कि हम पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का खयाल रखेंगे.
जेडी(एस) के एक सूत्र के अनुसार, कुमारस्वामी एच एस प्रकाश के बेटे एच पी स्वरूप को मैदान में उतारने के इच्छुक दिख रहे हैं. एच एस प्रकाश इस निर्वाचन क्षेत्र से चार बार के विधायक रह चुके हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रीतम गौड़ा से उन्हें हार मिली थी, जिसके करीब छह महिने बाद ही प्रकाश की मृत्यु हो गई थी.
जेडी (एस) के दूसरे नंबर के नेता समर्थन आधार और मतदाताओं के बीच उनकी सहानुभूति को ध्यान में रखते हुए स्वरूप को मैदान में उतारना चाहते थे. उन्होंने कहा कि 89 वर्षीय देवेगौड़ा ने हसन के नेताओं को अपने बेंगलोर आवास पर इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बुलाया. जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता इसका रास्ता खोजने के लिए शनिवार को बेंगलोर पहुंचे.
'अंतिम फैसला सुप्रीमो, कुमारस्वामी और रेवन्ना लेंगे'
पूर्व जेडी (एस) के प्रदेश अध्यक्ष एच के कुमारस्वामी ने हसन में संवाददाताओं से कहा, उन्हें विश्वास था कि स्थिति बदल जाएगी क्योंकि अभी भी बहुत समय बांकी है नामांकन दाखिल करने में. उन्होंने कहा कि यह निर्णय 'सुप्रीमो' (देवगौड़ा) पर छोड़ दिया गया है और एक उचित निर्णय लिया जाएगा. यह पूछे जाने पर कि क्या सोमवार को जारी होने वाली सूची में भवानी रेवन्ना का नाम होगा, इसपर छह बार के सकलेशपुर विधायक एच के कुमारस्वामी ने कहा, इसपर अभी भी चर्चा जारी है. एच डी कुमारस्वामी से चर्चा की गई थी, वह दो दिनों में एक घोषणा करने जा रहे हैं. इसमें और देरी हो सकती है. अंतिम फैसला सुप्रीमो, कुमारस्वामी और रेवन्ना लेंगे.