Karnataka Elections 2023: एमपी कुमारस्वामी ने आखिर क्यों बीजेपी से किया किनारा, जेडीएस में शामिल हो सकते हैं.
Karnataka Assembly Elections 2023: बीजेपी से तीन बार विधायक रह चुके कुमारस्वामी ने अब पार्टी से पल्ला झाड़ लिया है. लोगों का कहना है कि टिकट न मिलने के कारण उन्होंने ऐसा किया है.
Karnataka Election 2023: आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए टिकट ना मिलने से नाराज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और मुडिगेरे से तीन बार के विधायक एमपी कुमारस्वामी (MP Kumaraswamy) ने गुरुवार (13 अप्रैल) को पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की है. कुमारस्वामी ने टिकट काटे जाने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि (CT Ravi) को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि वह विधायक के तौर पर भी विधानसभा अध्यक्ष को जल्द ही अपना इस्तीफा सौंप देंगे.
एमपी कुमारस्वामी ने सीटी रवि पर साधा निशाना
बीजेपी ने बुधवार रात 23 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी. इसके मुताबिक बीजेपी ने कुमारस्वामी के स्थान पर दीपक डोड्डैया को मुडिगेरे से अपना उम्मीदवार बनाया है. कुमारस्वामी ने टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि पर निशाना साधा और कहा कि वह अपने समर्थकों और अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के साथ चर्चा करने के बाद अपने अगले कदम पर फैसला करेंगे. विधायक ने टिकट नहीं मिलने का कारण उनके और रवि के बीच व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता को बताया.
अटकलें हैं कि अनुसूचित जाति समुदाय से ताल्लुक रखने वाले कुमारस्वामी जनता दल (सेक्यूलर) में शामिल हो सकते हैं या बतौर निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव में उतर सकते हैं.
एमपी कुमारस्वामी आखिर क्यों दिए इस्तीफे ?
कुमारस्वामी ने कहा कि सीटी रवि ने सुनिश्चित किया है कि मुझे टिकट नहीं मिले. राष्ट्रीय महासचिव के रूप में अब उनके पास वह ताकत है. अगर मैं उनके पद पर होता और वह मेरे पद पर होते तो मैं भी यही काम करता.
बीजेपी को आगाह किया कि रवि कर्नाटक में बीजेपी को समाप्त कर देंगे. कुमारस्वामी ने कहा कि अगर बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा एक सप्ताह के लिए अपना फोन बंद कर देते हैं तो पार्टी 50 सीटें भी नहीं जीत पाएगी. येदियुरप्पा के बिना लोग बीजेपी की बैठकों में भी नहीं आएंगे. उन्होंने टिकट ना दिए जाने के फैसले पर यह कहते हुए भी सवाल उठाया कि मेरे पास उम्र और क्षमता दोनों हैं. हाल ही में, निर्वाचन क्षेत्र और पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं के एक वर्ग ने कुमारस्वामी के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए थे. उस दौरान येदियुरप्पा ने वहां का दौरा किया था.
ये भी पढ़े-Karnataka Election 2023: वोक्कालिगा और लिंगायत समुदाय की कर्नाटक की सियासत में आखिर कैसी है पकड़?