Mallikarjun Kharge: कांग्रेस पार्टी में चल रही गुटबाजी को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भड़के हुए हैं. उन्होंने कर्नाटक कांग्रेस के पदाधिकारियों को 10 मई के चुनाव से पहले गुटबाजी को बढ़ावा नहीं देने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं. रविवार (16 अप्रैल) को खड़गे ने कहा कि  मुझे परवाह नहीं है कि कौन मुख्यमंत्री बनता है? मैं मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों से परेशान नहीं हूं. हमारा प्राथमिक लक्ष्य पार्टी की सत्ता में वापसी सुनिश्चित करना है.


दरअसल, इन दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया के बीच सीएम पद की दावेदारी को लेकर गुटबाजी चल रही है. जिसको लेकर पार्टी में विभाजन होने और चुनाव खराब करने की काफी संभावनाएं नजर आ रही हैं. हाल ही में, शिवकुमार ने सिद्धारमैया पर तंज कसा था. शिवकुमार ने तंज कसते हुए सुझाव दिया था कि खड़गे को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार होना चाहिए.


हमारी प्राथमिकता पूर्ण बहुमत से सरकार में वापसी करना
कोलार में जय भारत रैली में वायनाड के अयोग्य सांसद राहुल गांधी के साथ शामिल हुए खड़गे ने कहा कि 'मुझे परवाह नहीं है कि कौन मुख्यमंत्री बनता है. हमारी प्राथमिकता पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार में वापसी होनी चाहिए. आपको (राज्य के नेताओं) इस बात से भी परेशान नहीं होना चाहिए कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार कौन होना चाहिए'.


राज्य में खड़गे की पहली रैली
राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा कि 'मुख्यमंत्री अंततः विधायकों और आलाकमान के जरिये चुना जाएगा. लोग पार्टी को वोट देते हैं और फिर विधायक और पार्टी आलाकमान तय करते हैं कि सीएम कौन होना चाहिए. अभी के लिए, मैं मंच पर हमारे पदाधिकारियों से एकता के साथ लड़ने और कांग्रेस की सत्ता में वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह करता हूं. बाकी चुनाव के इस स्तर पर आराम करने का कोई महत्व नहीं है'. बता दें कि चुनावों की घोषणा के बाद राज्य में खड़गे की यह पहली रैली थी.


150 सीटों के साथ पूर्ण जनादेश का आग्रह 
खड़गे ने कहा कि मैं इस बात से वाकिफ हूं कि 'साधारण बहुमत राहुल गांधी के लिए काफी नहीं हो सकता. मैं लोगों से 150 सीटों के साथ कांग्रेस को चुनकर पूर्ण जनादेश देने का आग्रह करता हूं. जिससे यह सुनिश्चित होगा कि बीजेपी के पास 40% कमीशन के माध्यम से अर्जित धन का उपयोग करके सरकार को गिराने की कोई गुंजाइश नहीं है. ये वही पैसा है, जो बीजेपी ने गरीबों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं और नौजवानों से चुराया है'.


अमित शाह पर सिद्धारमैया का तंज
दरअसल, सीएम पद के मुद्दे पर न तो शिवकुमार और न ही सिद्धारमैया ने इशारा किया. हालांकि, दोनों ने 'कर्नाटक और कन्नडिगों की पहचान को बचाने' के लिए पूर्ण बहुमत की आवश्यकता का अनुमान लगाया हैं. अमूलनंदिनी दूध विवाद और संभावित विलय के संकेतों की ओर इशारा करते हुए सिद्धारमैया ने कहा  था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 'कन्नडिगों की पहचान मिटाने' की साजिश रच रहे हैं.


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