Congress leader DK Shivakumar: कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक तापमान काफी गर्म है. सूबे में जेडी(एस) के अलावा किसी ने मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान नहीं किया है. वहीं कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के लिए बहुत कुछ दांव पर लगा है. शिवकुमार कांग्रेस पार्टी राज्य ईकाई के अध्यक्ष ही नही हैं, बल्कि वह पार्टी के सीएम पद के प्रवल दावेदार भी हैं.


सात बार के विधायक ने कांग्रेस और जेडी(एस) के गठबंधन की बात को नकारते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता कि ऐसी स्थिति पैदा होगी. कर्नाटक के लोग परिपक्व हैं, वे बदलाव के लिए जनादेश चाहते हैं. हमें पूरा विश्वास है कि हमारे पास पूर्ण बहुमत होगा जो 141 सीटों को छू लेगा. राज्य के लोग पहले ही देख चुके हैं कि गठबंधन का प्रयोग विफल हो गया है. ऐसे में आइये जानते हैं उन्होंने राज्य में कांग्रेस पार्टी की मौजूदा स्थिति के बारे में क्या कुछ कहा है. 


समाज के किन वर्गों को निशाना बना रही है कांग्रेस?


हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में पूछे गए सवाल, समाज के किन वर्गों को निशाना बना रही है कांग्रेस, के जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा कि वह समाज के सभी लोगों में विश्वास करते हैं. उन्होंने हर वर्ग की रक्षा के साथ, किसी से भेदभाव नहीं करने की बात कहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का मानना है कि ब्राह्मण हमें वोट नहीं देते हैं, लेकिन हमने ब्राह्मणों को 2018 के चुनाव में छह टिकट दिए और चार जीते भी थे. हमारा मानना है कि हर वर्ग मतदाता वर्ग है, उन्हें कम मत समझो, सभी महत्वपूर्ण हैं.


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय पर भी बात की, लिंगायत मतदाता के बीजेपी की ओर रुझान पर उन्होंने कहा कि पहले पारंपरिक रूप से उनका झुकाव उस पार्टी की तरफ था लेकिन अब वे शिफ्ट हो गए हैं. उन्हें लगता है कि कांग्रेस बेहतर है और बेहतर सरकार दे सकती है. वोक्कालिगा समुदाय को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में यकीन है कि यहां कांग्रेस को फायदा होगा. वोक्कालिगा बेल्ट कांग्रेस और जेडीएस के बीच है, बीजेपी वहां कोई पैठ नहीं बना सकती है.


'देश में बदलाव के लिए कर्नाटक को जीतना जरूरी है'


कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने की चाह के बारे में कांग्रेस नेता ने कहा कि हर किसी की कुछ महत्वाकांक्षा होनी चाहिए. मेरी महत्वाकांक्षा सबसे पहले कांग्रेस को सत्ता में लाना है, बाकी हम पार्टी प्रमुख पर छोड़ देते हैं. उन्होंने कहा कि मेरे नेतृत्व में मुझे यह मौका दिया गया और पार्टी संकट में थी, हमने इसे बहुत सकारात्मक तरीके से बनाया है. हमें कर्नाटक पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. इस देश में बदलाव के लिए कर्नाटक को जीतना जरूरी है.


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