Karnataka Election 2023: पीएम मोदी करेंगे 20 से ज्यादा सभाएं और रोड शो, अमित शाह ने बनाई ये योजना, जानिए BJP का 'प्लान कर्नाटक'
Karnataka Assembly Election 2023: कर्नाटक चुनाव को लेकर बीजेपी ने प्लान बना लिया है. इसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा आने वाले दिनों में राज्य का दौरा करेंगे.
Karnataka Election 2023: कर्नाटक में फिर से चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने मेगा प्रचार का प्लान तैयार किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को पार्टी भुनाने की योजना में है. इसके तहत लगभग हर तीसरे दिन पीएम मोदी के कर्नाटक प्रवास की योजना बनाई जा रही है. फिलहाल अंतिम निर्णय पीएमओ को लेना है.
इसको जमीन पर उतारने के लिए खुद गृह मंत्री अमित शाह जल्द ही कर्नाटक में आ रहे हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी के प्लान को धरातल पर उतारने के लिए खुद शाह इसकी मॉनिटरिंग करेंगे. पीएम मोदी का सहयोग करने के लिए अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, बीएस येदियुरप्पा की ज्यादा से ज्यादा रैलियां और रोड शो प्लान किया जा रहा है.
पीएम मोदी कितनी रैली करेंगे?
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक में बीजेपी ने हर क्षेत्र में पीएम मोदी के 2 दिन प्रवास की योजना बनाई है. मोदी करीब 20 से ज्यादा सभाएं और रोड शो करेंगे. इसकी शुरुआत वो रविवार (9 अप्रैल) को राज्य के बांदीपुर से करेंगे. पीएम मोदी इसी दिन मैसूर और चामराज नगर जाएंगे.
अमित शाह का क्या प्लान है?
अमित शाह कर्नाटक चुनाव को ध्यान में रखते हुए राज्य में 10 अप्रैल के बाद डेरा डालेंगे. इस प्रवास के दौरान दिन में शाह रैलियों और रोड शो के जरिए प्रचार करेंगे. माना जा रहा है कि शाह करीब 25 से ज्यादा सभाएं और रोड शो करेंगे. उनके अलावा जेपी नड्डा, योगी आदित्यनाथ, स्मृति ईरानी और हिमंता बिस्वा सरमा की भी 25 से ज्यादा सभाएं कराने की योजना है.
बीएस येदियुरप्पा को क्या जिम्मेदारी दी गई?
कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा को बीजेपी ने लिंगायत समुदाय को साधने की जिम्मेदारी सौंपी है. बीजेपी यह मान रही है कि अब तक कर्नाटक के 17 फीसदी लिंगायत समुदाय येदुरप्पा के नेतृत्व में पार्टी के साथ रहा है, जो इस चुनाव में भी समर्थन करेगा.
कर्नाटक सरकार ने इसे ध्यान में रखते हुए लंबे समय से चली आ रही लिंगायत समुदाय की कई मांगों पर मुहर लगाई है. हाल ही में बीजेपी ने अंतिम कैबिनेट बैठक में मुस्लिम ओबीसी के 4 फ़ीसदी आरक्षण को समाप्त कर दो फीसदी लिंगायत समुदाय और दो प्रतिशत वोकालिग्गा में बांट दिया है. बीजेपी मानती है कि इसका सीधा फायदा विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिलेगा. यह ही कारण है कि बीजेपी अपने हर मंच में बीएस येदियुरप्पा को पहले की ही तरह तवज्जो दे रही है.