Karnataka Election 2023: 'बीजेपी के नेताओं पर कर्नाटक के लोग प्यार दिखाते हैं', जानें पीएम मोदी ने संबोधन में क्या-क्या कहा
Karnataka Elections: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य में बीजेपी के नेता बताते हैं कि प्रचार के दौरान उन्हें लोगों से कितना प्यार मिलता है. यह बीजेपी के प्रति लोगों के विश्वास को दर्शाता है.
Karnataka Elections: चुनावी राज्य कर्नाटक में पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (27 अप्रैल) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बीजेपी कार्यकर्ताओं और कर्नाटक के मतदाताओं से बातचीत की. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि एक अनुशासित कार्यकर्ता होने के नाते मैं भी आप सभी कार्यकर्ताओं और जनता के दर्शन करने के लिए आ रहा हूं. राज्य में बीजेपी के नेता बताते हैं कि प्रचार के दौरान उन्हें लोगों से कितना प्यार मिलता है. यह बीजेपी के प्रति लोगों के विश्वास को दर्शाता है. इसके अलावा, अपने संबोधन में पीएम मोदी तमाम बातें कहीं. आइये जानते हैं कि उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से क्या कहा?
पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन की बातें
पीएम मोदी ने कहा 'कर्नाटक में लोकतंत्र का उत्सव चल रहा है. बीजेपी ने तो हमेशा चुनावों को लोकतंत्र के महोत्सव की तरह सेलिब्रेट किया है. लोकतंत्र का सूत्र समझाने वाले भगवान बसवेश्वर की धरती से, कनार्टक की समृद्ध परंपरा के प्रतिनिधि और राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत भाजपा के कार्यकर्ता होने का डबल गौरव आप सभी को प्राप्त है'.
उन्होंने कहा 'बूथ जीतने की शुरूआत तब होती है, जब कार्यकर्ता बूथ से जुड़े परिवारों को जीत लेता है, उनके दिल को जीत लेता है'. पीएम ने कहा 'दुनिया के अनेक देश कोरोना से लड़ने में पस्त हो गए लेकिन भारत ने सफलता से कोरोना से लड़ाई लड़ी है. आज देश गरीबी से लड़ रहा है. आज देश इंफ्रास्ट्रक्चर पर रिकॉर्ड निवेश कर रहा है. आज देश किसानों को लाखों-करोड़ों रुपए किसान सम्मान निधि के माध्यम से भेजकर उन्हें ब्याजखोरों से बचा रहा है'.
प्रधानमंत्री ने कहा 'बीजेपी और दूसरी पार्टियों में सबसे बड़ा फर्क अप्रोच का है. बीजेपी आने वाले 25 वर्षों में विकसित भारत के रोड मैप पर काम कर रहा है. हमारे विरोधियों का एजेंडा है सत्ता हथियाना और हमारा एजेंडा है 25 वर्षों में देश को विकसित बनाना, गरीबी से मुक्त बनाना और युवाओं के सामर्थ्य को सबसे आगे बढ़ाना. आने वाले 25 वर्षों में कर्नाटक की विकास यात्रा को नेतृत्व देने के लिए बीजेपी एक युवा टीम का निर्माण कर रही है'.
उन्होंने कहा 'बीते 9 वर्षों में देश का अनुभव रहा है कि जहां-जहां बीजेपी की डबल इंजन सरकार है, वहां-वहां गरीब कल्याण योजनाएं तेजी से जमीन पर उतरी हैं. जिन राज्यों में बीजेपी सरकार नहीं है, वहां वह कोशिश करते हैं कि केंद्र सरकार की कोई भी योजना सफल न हो. कुछ लोग तो योजना से जुड़ते ही नहीं है और कुछ राज्य ऐसे हैं जो योजना का नाम बदल देते हैं'.
पीएम मोदी ने कहा 'जब बीजेपी को सेवा को मौका मिलता है तो विकास की स्पीड और स्केल दोनों बढ़ जाती है. 2014 से पहले की योजनाओं में एक घर बनने में 300 दिन लगते थे, हमारी योजना में 100 दिन से भी कम समय में घर बन रहे हैं. पहले घर का आकार 20 वर्ग मीटर होता था, अब घर का आकार 25 वर्ग मीटर होता है. पहले की योजना में एक घर को 70-75 हजार रुपये की मदद दी जाती थी, आज ये मदद 1 लाख 30 हजार रुपये कर दी गई है. इससे भी बड़ी बात ये है कि अब पैसे सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में भेजे जाते हैं, कोई बिचौलिया नहीं होता है'.
प्रधानमंत्री ने कहा '60 सालों में एम्स की संख्या एक से बढ़कर सात हुई, लेकिन बीजेपी की सरकार बनने के बाद सिर्फ 9 वर्षों में हमने देश में एम्स की संख्या को तीन गुना बढ़ा दिया. ये ताकत है डबल इंजन सरकार की. अब देश में 20 एम्स हैं और तीन एम्स पर काम चल रहा है'. उन्होंने कहा 'हमने गवर्नेंस के हर क्षेत्र में स्केल, स्पीड, सोच और अप्रोच में अमूल-चूल बदलाव किया है'.
उन्होंने कहा 'भाषा, संस्कृति, साहित्य और इतिहास की गौरवशाली धरोहरों में कर्नाटक बहुत समृद्ध है. कर्नाटक की दो बातें हमेशा मुझे अपनी ओर खींचती है. आध्यात्मिकता में कर्नाटक का कोई मुकाबला नहीं और यहां पर आध्यात्मिकता लोगों को एक साथ लाकर सामाजिक जागरूकता की ओर जाने के लिए प्रेरित करती है'.
पीएम मोदी ने कहा 'हमारे देश में कुछ राजनीतिक दलों ने राजनीति को सिर्फ सत्ता और भ्रष्टाचार का साधन बना दिया. इसको हासिल करने के लिए वो शाम, दाम, दंड, भेद हर तरह का तरीका अपना रहे हैं. इन राजनीतिक दलों को देश के भविष्य की, आने वाले पीढ़ियों की, कनार्टक के भविष्य की कोई चिंता नहीं है. मुफ्त की रेवड़ी की राजनीति की वजह से कई राज्य बेतहाशा खर्च अपनी दलगत भलाई के लिए कर रहे हैं. राज्य डूबते चले जा रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों का भी ये खा जा रहे हैं. देश ऐसे नहीं चलता, सरकार ऐसे नहीं चलती'.
प्रधानमंत्री ने कहा 'कुछ तात्कालिक चुनौतियों से निपटने के लिए देश के गरीब परिवारों को हर संभव सहायता दी जा रही है और ये सरकार का दायित्व है. कोरोना के समय हमें जरूरत लगी तो हमने मुफ्त वैक्सीन दिया देश को. क्योंकि जान बचानी थी. मुफ्त राशन देने की जरूरत पड़ी तो दिया गया क्योंकि देश में कोई व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए. लेकिन देश को आगे बढ़ाना है तो हमें इस रेवड़ी कल्चर से मुक्त होना ही पड़ेगा'.