Karnataka Elections: कर्नाटक में जोरशोर से चल रहा विधानसभा चुनाव का प्रचार सोमवार (8 मई) से थम चुका है. दो दिन बाद वोटिंग होगी. 13 मई को परिणामों का ऐलान किया जायेगा. राज्य में चुनावी प्रचार का अंतिम दिन भी काफी गहमागहमी भरा रहा. राजनीतिक दलों ने एक-दूसरे पर जमकर निशाना साधा.


इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार को लेकर हैरानी जताई है. इसको लेकर उन्होंने टीवी9 मराठी चैनल को एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें पवार ने कहा है कि पीएम मोदी ने कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान 'धार्मिक' नारे लगाए हैं. जब कोई चुनाव में धर्म या धार्मिक मुद्दे को उठाता है, तो यह एक अलग तरह का माहौल बनाता है और यह अच्छी बात नहीं है.


हालांकि, इससे पहले पंढरपुर मंदिर नगर में रविवार (7 मई) को शरद पवार ने दावा किया था कि कर्नाटक की सत्ता कांग्रेस बहुमत के साथ आएगी.


'इससे एक अलग तरह का माहौल बनता है'


क्षेत्रीय चैनल टीवी9 मराठी को शरद पवार ने बताया कि हम चुनाव लड़ते समय लोकतांत्रिक मूल्यों और धर्मनिरपेक्षता की शपथ लेते हैं. मुझे आश्चर्य है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान धार्मिक नारे लगाए हैं, जबकि हमने धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा को स्वीकार कर लिया है. 


बड़ी तेल रिफाइनरी परियोजना का विरोध


महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के बारसु गांव में आंदोलन चल रहा है. यहां स्थानीय लोगों का एक वर्ग एक बड़ी तेल रिफाइनरी परियोजना का विरोध कर रहा है. इसके बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा कि वह उस जगह का दौरा करने के इच्छुक हैं, लेकिन यह तय किया जाएगा कि उन्हें कब और कैसे समय मिलेगा. मैंने बारसू ग्रामीणों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी. मैं विशेषज्ञों के साथ एक और बैठक करूंगा. मुझे लगता है कि ग्रामीणों को भरोसे में लेकर इस मुद्दे को आगे बढ़ाया जाना चाहिए.


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