Karnataka Elections: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस के बीच घमासान छिड़ गया है. बजरंग दल पर बैन लगाने की बात को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के नेता बवाल काट रहे हैं. इसको लेकर बेंगलुरु दक्षिण से लोकसभा सांसद और बीजेपी नेता तेजस्वी सूर्या ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में सूर्या ने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता हिंदू विरोधी है, जो इन्होंने आतंकी संगठन पीएफआई के साथ इसकी तुलना की है. इसके अलावा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक बयान पर भी निशाना साधा है. आइए जानते हैं कि तेजस्वी सूर्या ने इंटरव्यू में क्या कहा है?


तेजस्वी सूर्या ने इंटरव्यू में कही ये बात


तेजस्वी सूर्या ने कहा कि 'ये बजरंग दल और पीएफआई को बैन करने की बात नहीं है. ये कांग्रेस की हिंदू विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. आपको याद हो जब 26/11 का आतंकवादी हमला हुआ था, तब राहुल गांधी ने यूएस काउंसलेट और यूएस गवर्नमेंट के अन्य सदस्यों से बातचीत के दौरान ये कहा था कि अन्य आतंकी गतिविधियों की तुलना में 'हिंदू आतंकवाद' भारत के सबसे ज्यादा खतरनाक है.'


तेजस्वी ने कहा कि बजरंग दल एक सांस्कृतिक संस्था है, जिसकी तुलना इन्होंने आतंकी संगठन पीएफआई के साथ की है. पीएफआई को केंद्र सरकार ने पहले ही बैन कर रखा है. कांग्रेस की मानसिकता हिंदू विरोधी है. बजरंग दल हिंदुत्व को बचाने का काम करता है और हिंदुत्व के साथ हमेशा खड़ा रहता है. ये भजन संध्या और कीर्तन जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने का काम करता है.


उन्होंने कहा कि बजरंग दल के ऊपर जितने भी आरोप लगे थे, वो तब लगे जब कांग्रेस की सरकार थी. इसमें ज्यादातर आरोप गलत और निराधार हैं. यह बजरंग दल जैसे सांस्कृतिक संगठन की नैतिकता को भ्रष्ट करने की कोशिश है. पीएफआई और एसडीपीआई जैसे संगठन देश के मान सम्मान और गौरव को बर्बाद कर रहा है. ये देश में जंग छेड़ने का काम करता है. इन संगठनों की तुलना बजरंग दल जैसे सांस्कृतिक संगठन से नहीं की जा सकती है.


कांग्रेस के घोषणापत्र में क्या था?


कांग्रेस ने मंगलवार (2 मई) को घोषणापत्र जारी किया था. इसमें कहा गया था कि अगर कांग्रेस को सत्‍ता में आने का अवसर मिला तो वे बजरंग दल और पीएफआई जैसी संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा देंगे. अपनी घोषणा में उन्होंने वादा किया था कि हमारी पार्टी जाति या धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है.


हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं. बजरंग दल और पीएफआई जैसे व्यक्तियों और संगठनों के जरिये बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच शत्रुता या घृणा को बढ़ावा देने वाले अन्य लोगों की तरफ से इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है. हम ऐसे किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाने सहित कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करेंगे.


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