Karnataka Elections: विधानसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में बीजेपी को कई झटके लग चुके हैं. इसी क्रम में पार्टी को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है. शनिवार (22 अप्रैल) को बीजेपी के दो बड़े नेताओं पार्टी का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. चित्तपुर के पूर्व विधायक विश्वनाथ पाटिल हेब्बल और अरविंद चौहान ने बेंगलुरु में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और प्रियांक खरगे मौजूद रहे. इससे पहले 17 अप्रैल को जगदीश शेट्टार कांग्रेस में शामिल हो गए थे. बीजेपी की तरफ से टिकट नहीं दिए जाने के बाद शेट्टार ने राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था.


कर्नाटक कांग्रेस का ट्वीट


कर्नाटक कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से इसकी तस्वीरें भी शेयर की हैं. कर्नाटक कांग्रेस ने कैप्शन में लिखा 'केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार व पूर्व मंत्री प्रियांक खरगे की मौजूदगी में बीजेपी नेता, चित्तपुर के पूर्व विधायक विश्वनाथ पाटिल हेब्बल और अरविंद चौहान अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए.






डीके शिवकुमार ने कही ये बात


कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा '3 बार के पूर्व विधायक विश्वनाथ पाटिल भी हमारे साथ शामिल हो रहे हैं. चित्तपुर एक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र है. अरविंद चौहान भी हमारे साथ आ रहे हैं'. उन्होंने कहा 'बीजेपी की कानूनी टीम और सीएम कार्यालय कांग्रेस उम्मीदवारों के नामांकन को अयोग्य घोषित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. मैं ईसीआई से सीएम के कॉल रजिस्टर को इकट्ठा करने का अनुरोध करता हूं. सावदत्ती में भी ऐसा ही हुआ था. सीएम ने खुद अधिकारियों को फोन किया था'.


'मुझे 40% कमीशन नहीं मिला'


डीके शिवकुमार ने कहा 'मुझे कभी 40% कमीशन नहीं मिला. शोभा करंदलाजे, मदल विरुपक्षप्पा, यतनाल, गलीहट्टी शेखर, केएस ईश्वरप्पा और कई अन्य ने 40% कमीशन को लेकर मेरे खिलाफ आरोप लगाए. शोभा करंदलाजे और कई अन्य बीएस येदियुरप्पा को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं. पूरे राज्य का चुनाव '40% भ्रष्टाचार' से ऊपर हैं और अन्य मुद्दे भी शामिल हैं'.






ईसी ने स्वीकारा शिवकुमार का नामांकन


कई मामलों में केंद्रीय एजेंसियों की जांच का सामना कर रहे डीके शिवकुमार का कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन पत्र चुनाव आयोग ने स्वीकार कर लिया है. इस बीच, केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को बी-फॉर्म जारी करने के दौरान कथित रूप से रिश्वत मांगने के आरोप में उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. बीजेपी की राज्य चुनाव प्रबंधन समिति की संयोजक करंदलाजे ने आरोप लगाया है कि शिवकुमार ने रिकॉर्ड में बताया है कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए टिकट चाहने वालों से पैसे एकत्र किए हैं.


ये भी पढ़ें- Karnataka Election 2023: कर्नाटक में बीजेपी ने कुछ मौजूदा विधायकों के क्यों काटे टिकट? अमित शाह ने दिया जवाब