Karnataka Elections: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर हो रही वोटिंग कुछ ही देर पहले खत्म हो गई है. अब आगे एग्जिट पोल हैं. एक तरफ सत्तारूढ़ बीजेपी बहुमत से जीतने का दावा कर रही है तो दूसरी तरफ विपक्षी कांग्रेस भी सत्ता में वापस आने की उम्मीद कर रही है.


वहीं, एचडी कुमारस्वामी की जेडीएस पार्टी भी चुनावों में तीसरी खिलाड़ी है. अक्सर किंगमेकर की भूमिका निभाने वाली कुमारस्वामी की पार्टी का कहना है कि उसे अपने दम पर सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीटें मिलेंगी. इसके अलावा, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और शरद पवार की एनसीपी भी दक्षिणी राज्य में चुनाव लड़ रही है.


कर्नाटक में त्रिकोणीय मुकाबला


बीजेपी एक बार और अपने कार्यकाल की उम्मीद कर रही है. वहीं, कांग्रेस रिवॉल्विंग डोर ट्रेंड पर भरोसा कर रही है. बताया जा रहा है कि 61 से अधिक सीटों पर दबदबा रखने वाली जेडीएस इनका खेल बिगाड़ सकती है.


बीजेपी को '40% कमीशन सरकार' चार्ज से झटका


कर्नाटक में बीजेपी की लोकप्रियता भ्रष्टाचार के आरोपों से प्रभावित हुई है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह '40% कमीशन सरकार' चार्ज है.


2018 के चुनाव में क्या हुआ?


साल 2018 के चुनाव में बीजेपी सबसे अधिक वोट पाने वाली पार्टी के रूप में उभरी थी. लेकिन, बहुमत हासिल करने से चूक गई. इसके बाद कथित रूप से बीजेपी ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के सदस्यों को दल बदलने के लिए राजी करके एक साल बाद सत्ता संभाली थी.


पीएम मोदी ने बीजेपी के शो को पावर दिया


बीजेपी के प्रचार अभियान को पीएम नरेंद्र मोदी के माध्यम से संचालित किया गया था. जिन्होंने बड़े पैमाने पर रैलियां, रोड शो किए और प्रमुख प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस पर भारी पड़े.


बता दें कि कर्नाटक चुनाव बीजेपी और कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण हैं. जेडीएस भी अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाहता है. राज्य में वोटिंग आज समाप्त हो चुकी है, अब मतगणना 13 मई को होगी.


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