Karnataka Assembly First Session: कर्नाटक में नई कांग्रेस सरकार के गठन के बाद विधानसभा का पहला सत्र आज (22 मई) बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा. इस दौरान नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी और नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. ये सत्र तीन दिनों (22-24 मई) तक चलेगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरवी देशपांडे चालू सत्र के लिए कर्नाटक विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष होंगे.


कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने विधानसभा चुनाव में पार्टी की प्रचंड जीत के बाद शनिवार (20 मई) को दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. बेंगलुरु में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान आठ कांग्रेस विधायकों ने कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों के रूप में शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में गांधी परिवार के सदस्य राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे उपस्थित थे.


कांग्रेस की पांच गारंटियां लागू 
मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद सिद्धारमैया ने कहा कि कैबिनेट की पहली बैठक में उन पांच गारंटियों को लागू करने के आदेश जारी किए गए हैं, जिनका चुनाव से पहले पार्टी ने वादा किया था. सिद्धारमैया ने विधान सौधा में पहली कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि घोषणा पत्र में पांच गारंटियों का वादा किया गया था और उन पांचों गारंटियों को लागू करने का आदेश कैबिनेट की पहली बैठक के बाद दिया गया था. एक सप्ताह के अंदर बुलाई जाने वाली कैबिनेट की अगली बैठक के बाद सभी लागू हो जाएंगे.


क्या हैं पांच गारंटियां? 
कांग्रेस की ‘पांच गारंटी’ के अंतर्गत सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली. हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता. गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवार (अन्न भाग्य) के प्रत्येक सदस्य को 10 किलोग्राम मुफ्त चावल. बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (शक्ति) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल हैं.


जल्द शुरू होगी इंदिरा कैंटीन
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार, पांच-गारंटियों को पूरा करने के लिए सालाना 50 हजार करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी. सिद्धारमैया ने कहा कि इंदिरा कैंटीन के बारे में भी जानकारी ली जा रही है और इसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. नए कार्यक्रम शुरू करने को लेकर मुख्यमंत्री आश्वस्त थे. इसमें अर्थव्यवस्था को प्रभावित ना करना, टैक्स वसूली में कार्य कुशलता को लेकर कड़े उपाय करना, अनावश्यक खर्च पर नियंत्रण करना, उधारी से बचना आदि शामिल थे.


कांग्रेस ने 10 मई को 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में 135 सीटें जीतीं. बीजेपी को 66 सीटें मिलीं, जबकि जेडीएस ने 13 मई को घोषित परिणामों में 19 सीटें हासिल की.


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