Siddaramaiah Profile: एक वकील से लेकर राजनेता बनने तक, आसान नहीं था सिद्धारमैया का राजनीतिक सफर
Karnataka Politics: सिद्धारमैया पहले ही बता चुके हैं कि ये उनका अंतिम चुनाव है और फिर वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे
Karnataka Politics: कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतकर कांग्रेस ने 10 साल बाद सत्ता में धमाकेदार वापसी की है. कांग्रेस की शानदार जीत के बाद से राज्य के सीएम पद को लेकर कई नामों पर मंथन चल रहा था. सीएम पद की रेस में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार का नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहा है. हालांकि, सिद्धारमैया पहले ही बता चुके हैं कि ये उनका अंतिम चुनाव है और फिर वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे. जिसके बाद से उनके सीएम बनने की संभवनाएं सबसे ज्यादा रही. अब पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सिद्धारमैया कर्नाटक के नए सीएम के रूप में शपथ ले सकते हैं. वहीं, डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम का पदभार दिया जा सकता है. आइए जानते हैं कि एक कार्यकर्ता से लेकर सीएम तक का सफर तय करने वाले 74 वर्षीय सिद्धारमैया के बारे में सबकुछ..
मैसूर यूनिवर्सिटी से पूरी की वकालत की पढ़ाई
सिद्धारमैया का जन्म 12 अगस्त, 1948 को मैसूर जिले के सिद्दरामनहुंडी गांव के एक किसान परिवार में हुआ था. सिद्धारमैया ने मैसूर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. बीएससी की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने वकालत की और एक वकील के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. वह ओल्ड मैसूर के ओबीसी कुरबा समुदाय से आते हैं, जिसका कर्नाटक में तीसरा सबसे बड़ा वोट शेयर है. हालांकि, सिद्धारमैया के माता-पिता चाहते थे कि वह डॉक्टर बनें. वकालत छोड़ने के बाद सिद्धारमैया ने राजनीति में एंट्री मारी.
राजनीतिक करियर
साल 1978 में सिद्धारमैया ने राजनीति में कदम रखा था. इसके बाद सिद्धारमैया तमाम पदों पर रहे. सिद्धारमैया जुलाई, 2006 में जेडीएस छोड़कर कांग्रेस में आए थे. एक कार्यकर्ता से लेकर विधायक और डिप्टी सीएम बनने के बाद साल 2013 में सिद्धारमैया को कर्नाटक का सीएम बनाया गया. कांग्रेस के सिद्धारमैया साल 2013-2018 तक राज्य के सीएम का पद संभाल चुके हैं. पिछले 45 साल में 5 साल पूरा करने वाले पहले सीएम भी सिद्धारमैया बने.
कर्नाटक में पूरे 5 साल सीएम रहने वाले देवराज उर्स के बाद दूसरे सीएम वो ही बने.
इस बार भी सिद्धारमैया ने कर्नाटक के मैसूर क्षेत्र में वरुणा सीट से जीत हासिल की है. वो 9 बार के विधायक हैं. सिद्धारमैया जून 2009 से मई 2013 और 9 अक्टूबर 2019 से 2023 तक कर्नाटक विधानसभा में नेता विपक्ष रहे. 11 बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके सिद्धारमैया 4 सीट से चुनाव लड़ने और 3 सीटों से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर चुके हैं.
इन सीटों से जीते और हारे
चामुंडेश्वरी सीट
साल 1983- निर्दलीय (जीते)
साल 1985- जनता पार्टी (जीते)
साल 1989- जनता दल (हारे)
साल 1994- जनता दल (जीते)
साल 1999- जेडीएस (हारे)
साल 2004- जेडीएस (जीते)
साल 2006 (उपचुनाव)- कांग्रेस जीते
वरुणा सीट
साल 2008- कांग्रेस (जीते)
साल 2013- कांग्रेस (जीते)
साल 2023- कांग्रेस (जीते)
बादामी सीट
साल 2018- कांग्रेस (जीते)
चामुंडेश्वरी सीट
साल 2018- कांग्रेस (हारे)
सिद्धारमैया की संपत्ति
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के साथ दायर हलफनामे के अनुसार, सिद्धारमैया के पास 19 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है. वह 9.58 करोड़ रुपये की चल और 9.43 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति के मालिक हैं. साथ ही उनके ऊपर 13 मामले लंबित हैं.