Karnataka Election 2023: बेल्लारी सिटी से बीजेपी के उम्मीदवार जी सोमशेखर रेड्डी ने कहा कि उनकी भाभी और प्रतिद्वंद्वी केआरपीपी उम्मीदवार अरुणा लक्ष्मी एक गृहिणी हैं. ऐसे में उन्हें निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं की कोई समझ नहीं है, 


अरुणा लक्ष्मी खनन कारोबारी जी जनार्दन रेड्डी की पत्नी हैं. जनार्दन रेड्डी ने बीजेपी से अपना दो दशक पुराना नाता तोड़ने के बाद हाल ही में ‘‘कल्याण राज्य प्रगति पक्ष’’ (केआरपीपी) पार्टी का गठन किया और अपने भाई सोमशेखर रेड्डी के खिलाफ बेल्लारी सिटी से अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारा है. 


सोमशेखर रेड्डी ने क्या कहा? 


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सोमशेखर रेड्डी ने कहा, ‘‘मैंने जनार्दन को जेल से बाहर आने में मदद की थी और उसी वजह से मैं 63 दिन जेल में रहा था, लेकिन अब वह मेरे खिलाफ अपनी पत्नी को खड़ा कर रहे हैं. भगवान देखेगा कि कौन धर्म का पालन करता है और कौन अधर्म के रास्ते पर चलता है. अरुणा लक्ष्मी एक गृहिणी हैं और जब से उनके नाम की घोषणा की गई है. वह प्रचार के लिए सड़कों पर नहीं उतरी हैं. वह यहां के लोगों की समस्याएं नहीं जानती हैं. ’’


कांग्रेस पर भी किया हमला 


सोमशेखर रेड्डी ने कहा कि वह बेल्लारी शहर में जमीनी स्तर के नेता हैं और कांग्रेस प्रत्याशी भारत रेड्डी को भी निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों की कोई समझ नहीं है. उन्होंने दावा किया कि, मैं नगर निगम पार्षद बनने के बाद से ही कड़ी मेहनत करता रहा हूं. 2008 में मैं विधायक बना और मैंने जमीनी स्तर पर काफी काम किया. मेरा काम सिर्फ राजनीति और लोगों की समस्याएं हल करना है. मेरा मकसद है कि मेरे शहर को विकास करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार भारत रेड्डी को शहर के मुद्दों की कोई जानकारी नहीं है. 


अरुणा लक्ष्मी ने दिया बयान


सोमशेखर रेड्डी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अरुणा लक्ष्मी ने कहा कि वह केआरपीपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं न कि जनार्दन रेड्डी की पत्नी के तौर पर. लक्ष्मी ने कहा कि मैं एक प्रत्याशी के तौर पर लड़ रही हूं न कि जनार्दन रेड्डी की पत्नी के तौर पर. जब से पार्टी बनी है, मैं जमीनी स्तर पर काम कर रही हूं. मैं प्रत्येक वॉर्ड में जा रही हूं और आम आदमी से बातचीत कर रही हूं. हम अपने विरोधियों की परवाह नहीं करते हैं और हमारा मकसद केवल विकास है. 


सोनिया गांधी किससे चुनाव जीती थीं?


बेल्लारी जनार्दन रेड्डी का राजनीतिक गढ़ है, लेकिन गृह जिले में प्रवेश करने पर अदालत की पाबंदी से बंधे होने के कारण वह जिले से बाहर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनकी पत्नी यहां से अपना भाग्य आजमा रही हैं. जनार्दन रेड्डी 1999 के लोकसभा चुनाव के दौरान चर्चा में आए थे, जब उन्होंने दिवंगत सुषमा स्वराज के लिए प्रचार किया था, जिन्होंने बेल्लारी से सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. हालांकि, सुषमा स्वराज यह चुनाव हार गई थीं. 


कांग्रेस ने क्या कहा?


कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि केआरपीपी एक नया संगठन है और इसके सदस्य वे लोग हैं जिन्हें बीजेपी और कांग्रेस ने त्याग दिया था. कांग्रेस ने इस सीट से भारत रेड्डी को प्रत्याशी बनाया है. 


हुसैन ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि बेल्लारी के लोग ऐसी पार्टी को वोट देना चाहेंगे जो सिर तक भ्रष्टाचार में डूबी रही हो. हर कोई जनार्दन रेड्डी और अवैध खनन घोटाले का इतिहास जानता है. साथ ही हमारे पास एक भरोसेमंद उम्मीदवार है जो जमीनी स्तर का नेता है और उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी मजबूत है.  निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों के बारे में सोमशेखर रेड्डी ने कहा कि वह शहर में चौबीसों घंटे पानी की आपूर्ति, इसके लिए बेहतर भंडारण क्षमता और जल निकासी की समस्या को ठीक करना चाहते हैं. 


वहीं, अरुणा लक्ष्मी ने कहा कि वह क्षेत्र में जल निकासी की समस्याओं और भूमि स्वामित्व संबंधी दस्तावेज (टाइटल डीड) के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं. कांग्रेस प्रत्याशी हुसैन ने कहा कि उनकी पार्टी बेल्लारी को स्वच्छ बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.


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