(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Karnataka Election 2023: कर्नाटक में चुनाव आयोग ने ट्रांसजेंडर को बनाया पोल आइकॉन, जानें क्या है मकसद
Karnataka Assembly Election: सुश्री मंजम्मा जोगती एक ट्रांसजेंडर फोल्क डांसर हैं. वो कर्नाटक जनपदा अकादमी की पूर्व अध्यक्ष भी रह चुकी हैं, साथ ही एक पद्मश्री पुरस्कार प्राप्तकर्ता भी हैं.
Transgender Artiste Poll Icon in Karnataka: कर्नाटक में अगले कुछ हफ्तों में विधानसभा चुनाव होना तय है. कयास लगाए जा रहे कि चुनाव आयोग जल्द ही इलेक्शन की तारीख का एलान करेगा. इस बीच चुनाव आयोग ने कर्नाटक में पहली बार एक ट्रांसजेंडर सुश्री मंजम्मा जोगती को पोल आइकन के रुप में नियुक्त किया है. इसका मकसद ये है कि चुनाव में ट्रांसजेंडर समुदाय को शामिल होने और मतदान करने के लिए प्रेरित किया जा सके.
कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी मनोज कुमार मीना ने एक न्यूजपेपर को बताया, सुश्री जोगती एक ट्रांसजेंडर फोल्क डांसर हैं. वह कर्नाटक जनपदा अकेदमी की पूर्व अध्यक्ष भी रह चुकी हैं, एक पद्मश्री पुरस्कार प्राप्तकर्ता भी हैं जिन्हें कर्नाटक चुनाव के लिए पोल एमबेस्डर चुना गया है.
चुनाव अधिकारी ने आगे बताया कि जोगती के अलावा पूर्व क्रिकेटर और वर्तमान इंडिया टीम के कोच राहुल ड्रविड़, ज्ञानपीठ अवार्डी चंद्रशेखर कमबार, विकलांगता अधिकार कार्यकर्ता अश्विनी अंगड़ी और पैरालंपियन एथलीट गिरीश गौड़ा को भी पोल आइकॉन के रुप में नियुक्त किया गया है.
पिछले चुनाव में बहुत कम हुई थी वोटिंग
अधिकारिक डेटा के मुताबिक, कर्नाटक में ट्रांसजेंडर वोटों में बढ़ोतरी हुई है. साल 2018 में कुल 4552 ट्रांसजेंडर मतदाता थे जो साल 2023 में यह बढ़कर 42,756 हो गए. पिछली बार हुए राज्य चुनावों मे कुल ट्रांसजेंडर वोटों में से मात्र 9.8 प्रतिशत मतदाता ने ही वोट किए थे. यहां तक कि लोकसभा चुनाव 2019 में इस समुदाय के कुल नामांकित मतदाता में से केवल 11.49 प्रतिशत ने ही मतदान किए थे.
पी.एस वस्त्राद, जो सिस्टेमेटिक मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी प्रोग्राम के एक नोडल अधिकारी हैं उन्होंने कहा, हम इस बार यह प्रयास करना चाहते है कि इस समुदाय के सभी मतदाता बाहर निकले और मतदान करें. वहीं सुश्री जोगती ने कहा, 'हमारी राज्य में कुल आबादी लगभग दो लाख से अधिक है लेकिन इनमें से कईयों के पास सभी दस्तावेजों की कमी है, जिस कारण ये सभी लोग मतदाता सूची में नामांकित नही हो सके है.'
ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता अकाई पद्मशाली ने कहा, इस समुदाय का कोई सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं है क्योंकि अभी तक कोई जनगणना नहीं हुई है.
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