Karnataka Elections 2023: कर्नाटक चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया जारी है. मतदान में ज्यादा से ज्यादा लोग ईवीएम का बटन दबाएं इसे लेकर भी कई तरह की व्यवस्था की गई है. इसी तहर से बेंगलुरू में भी डॉक्टरों की निगरानी में विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों को उनके संबंधित मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए विस्तृत व्यवस्था की गई है. यह पहली दफा है जब मतदाताओं को अस्पताल में इलाजरत रहने के बावजूद उन्हें मतदान केंद्रों पर चुनाव में अपना योगदान देने के लिए पहुंचाया जा रहा है. इस पर कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के सूत्रों ने को बताया कि मणिपाल हॉस्पिटल्स ने सीईओ से उन रोगियों द्वारा मतदान की सुविधा देने का अनुरोध किया है, जिनका या तो उनके अस्पतालों में इलाज चल रहा है या जो छुट्टी के बाद अपने घर पर निगरानी में हैं. उनके इस अनुरोध के बाद बीबीएमपी के जिला निर्वाचन अधिकारी को इस पर विचार करने के लिए कहा गया है.
बीबीएमपी सूत्रों ने कहा कि उनके साथ छह अस्पतालों से लगभग 11 रोगियों की सूची साझा की गई है. जो इलाजरत मरीज अपने मतदान अधिकारों का प्रयोग करने के लिए चुने गए मरीजों में कीमोथेरेपी, डायलिसिस, आघात के रोगी और हाल ही में सर्जरी कराने वाले लोग शामिल हैं. कर्नाटक के सीईओ मनोज कुमार मीणा ने कहा कि "हमारा उद्देश्य प्रत्येक मतदाता को चुनावी प्रक्रिया में शामिल करना है, हालांकि हम किसी को भी, विशेष रूप से अस्पतालों में इलाजरत मरीजों को मतदान करने के लिए बाध्य नहीं कर सकते हैं." हालांकि, अगर कोई मतदाता अपना वोट डालने की इच्छा व्यक्त करता है तो उनकी चिकित्सा स्थिति को ध्यान में रखकर ही हम मतदान केंद्रों पर उनके मतदान की सुविधा प्रदान करेंगे."
इस पर मणिपाल हॉस्पिटल्स के सीओओ कार्तिक राजगोपाल ने बताया कि "हम स्वास्थ्य सेवा से परे सोच रहे हैं और इसलिए हमने यह महसूस किया कि रोगियों को अपने संवैधानिक मताधिकार का प्रयोग करने में बीमारी को बाधा नहीं बनने दिया जाना चाहिए." इसलिए हमने वैसे मरीजों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को इस पर विचार करने के लिए आग्रह किया था.
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