Karnataka Election 2023: BJP का चुनावी प्रचार प्लान रेडी, PM मोदी, शाह और येदियुरप्पा की रैलियों में जुटेंगे कई दिग्गज,कौन कितनी सभाओं को करेगा संबोधित
Karnataka Elections: पीएम मोदी का साथ देने के लिए अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ, स्मृति ईरानी, सीएम हिमंता बिस्वा सरमा और बीएस येदियुरप्पा की अधिक से आशिक रैलियां और रोड शो प्लान किया जा रहा है.
Karnataka Elections 2023: कर्नाटक में कुछ दिनों के बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. सत्ता वापसी के लिए बीजेपी अपना जोर लगा रही है, जिसको लेकर मेगा प्रचार जोरों पर चल रहा है. पिछले 2 महीनों में पीएम नरेंद्र मोदी 8 बार कर्नाटक का दौरा कर चुके हैं, जिसमें कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है. एबीपी सीवोटर के ओपिनियन पोल के अनुसार, बीजेपी के जीतने की उम्मीद नहीं नजर आ रही है. जिसको लेकर पीएम मोदी के चेहरे को खूब भुनाया जा रहा है. इसके अलावा, बीजेपी के इस प्लान की मॉनिटरिंग खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं. पीएम मोदी का साथ देने के लिए अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, सीएम हिमंता बिस्वा सरमा और बीएस येदियुरप्पा की अधिक से आशिक रैलियां और रोड शो प्लान किया जा रहा है.
पीएम मोदी की रैलियां
पीएम मोदी करीब 20 से ज्यादा सभाएं और रोड शो करेंगे. प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने में 9 अप्रैल को बांदीपुर में पीएम मोदी आये थे. पीएम मोदी बाघ गणना-2022 के आंकड़े जारी करते हुए बताया था कि देश में इस समय 3 हजार 1 सौ 67 बाघ हैं. इसके बाद पीएम मोदी ने मैसूर और चामराज नगर का दौरा भी किया था.
अमित शाह का प्लान
कर्नाटक चुनाव को ध्यान में रखते हुए अमित शाह ने राज्य में डेरा डालने की तैयारी में हैं. इस दौरान दिन में रैलियों और रोड शो के जरिए शाह पार्टी के लिए प्रचार करेंगे. बताया जा रहा है कि अमित शाह करीब 25 से ज्यादा सभाएं और रोड शो करेंगे. इससे पहले गुरुवार (23 मार्च) की रात को शाह कर्नाटक दौरे पर निकले थे और बीएस येदियुरप्पा के आवास पर शुक्रवार (24 मार्च) की सुबह उनसे मुलाकात की थी. इसके अलावा बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सीएम योगी आदित्यनाथ, स्मृति ईरानी और सीएम हिमंता बिस्वा सरमा की भी 25 से ज्यादा सभाएं होंगी. बता दें कि जेपी नड्डा ने चामराजनगर के महादेश्वर पहाड़ियों से एक मार्च को विशेष रूप से तैयार किए गए रथों को हरी झंडी दिखाकर 20 दिनों की इस यात्रा की शुरूआत की थी.
बीएस येदियुरप्पा की जिम्मेदारी
बीजेपी ने लिंगायत समुदाय को साधने की जिम्मेदारी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को सौंपी है. बीजेपी मानती है कि अब तक कर्नाटक के 17% लिंगायत समुदाय येदियुरप्पा के नेतृत्व में पार्टी के साथ रहा है, जो इस चुनाव में भी समर्थन करेगा. लंबे समय से चली आ रही लिंगायत समुदाय की कई मांगों पर कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने मुहर लगाई है. हाल ही में बीजेपी ने अंतिम कैबिनेट बैठक में मुस्लिम ओबीसी के 4% आरक्षण को समाप्त कर दिया था, जिसमें 2% लिंगायत समुदाय और 2% वोकालिग्गा में बांट दिया है. बीजेपी का मानना है इसका सीधा फायदा विधानसभा चुनाव में मिलेगा.