Karnataka Assembly Election 2023: कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में वरुणा सीट से उतरने की तैयारी कर रहे हैं. कांग्रेस की पहली लिस्ट में सिद्धारमैया को इस सीट से प्रत्याशी बनाया गया है. यह उनके बेटे यतींद्र सिद्धारमैया की सीट है, जो वर्तमान में यहां से विधायक हैं. कर्नाटक के कांग्रेस नेता ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि यह उनका आखिरी चुनाव है और इसके बाद वह चुनावी राजनीति में हिस्सा नहीं लेंगे. ऐसे में वरुणा सीट से उनके चुनाव लड़ने की खास वजह है.


सिद्धारमैया इस समय 9 अप्रैल को होने वाले राहुल गांधी के कोलार दौरे की तैयारियों में व्यस्त हैं. कोलार से राहुल गांधी कांग्रेस के सत्यमेव जयते कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहे हैं. कोलार वही जगह है, जहां पर 2019 में राहुल गांधी ने मोदी सरनेम वाला बयान दिया था. इसी बयान पर सूरत कोर्ट ने आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी जिसके बाद उन्हें लोकसभा के लिए अयोग्य करार दिया गया था. दिलचस्प बात ये है कि कोलार क्षेत्र सिद्धारमैया के लिए भी खास है. वरुणा सीट पर प्रत्याशी बनाए जाने से बहुत पहले से ही सिद्धारमैया कोलार सीट से टिकट मांग रहे थे.


वरुणा से क्यों लड़ेंगे सिद्धारमैया


मैसूर की वरुणा सीट सिद्धारमैया के लिए खास जगह रखती है. यहीं से उन्होंने अपनी चुनावी राजनीति की शुरुआत की थी. अब राजनीति की आखिरी पारी वह अपने होम ग्राउंड पर खेलना चाहते हैं. 


सिद्धारमैया आम तौर पर दो सीट से चुनाव लड़ते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भी वह दो सीट से लड़े थे. वह कई महीनों से  कोलार में मैदान तैयार कर रहे थे. फरवरी में कर्नाटक कांग्रेस को लिखे पत्र में उन्होंने तीन विधानसभा सीटों बादामी, वरुणा और कोलार का जिक्र किया था, जहां से वे चुनाव लड़ सकते हैं.


बादामी और कोलार कांग्रेस की पहली लिस्ट में शामिल नहीं है. सूत्रों का कहना है कि कोलार से उनके टिकट की संभावना कम ही है क्योंकि स्थानीय रिपोर्ट से पता चलता है कि उनके लिए वहां से चुनाव जीतना मुश्किल होगा.


येदियुरप्पा के बेटे से टक्कर की अटकलें


इस बीच अटकलें थीं कि कर्नाटक में बीजेपी के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र उसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, जहां से सिद्धारमैया मैदान में उतरेंगे. हालांकि, येदियुरप्पा ने अपने बेटे के बारे में अटकलों को ये कहते हुए विराम दिया कि विजयेंद्र शिकारीपुरा सीट से चुनाव लड़ेगे. शिकारीपुरा येदियुरप्पा की सीट रही हैं और वह 1983 के बाद से यहां 7 बार चुनाव जीत चुके हैं.


कर्नाटक में विधानसभा चुनावों का एलान हो चुका है. राज्य में 10 मई को एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे. चुनाव नतीजे तीन दिन बाद 13 मई को आएंगे.


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