Karnataka Election 2023: दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 10 मई को होंगे. उसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बुधवार (29 मार्च) को यह घोषणा की. उन्होंने बताया कि कर्नाटक चुनाव के लिए इस बार 5.21 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं, जो 224 विधानसभा सीटों पर मतदान करेंगे. इन मतदाताओं में 41,000 मतदाता ट्रांसजेंडर (Transgenders) हैं.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक चुनाव में 9.17 लाख वोटर्स पहली बार वोट डालेंगे. हालांकि, नए वोटर्स में ट्रांसजेंडर्स की संख्या काफी कम है. वहीं, राज्य में कुल ट्रांसजेंडर की गणना की जाए तो यह संख्या 42,756 बताई गई है. इनमें 41,000 मतदाता के रूप मे पंजीकृत हैं.
पहली बार हुई पोल आइकन की नियुक्ति
इस बार यहां ट्रांसजेंडर के मतदान को अहम माना जा रहा है. दरअसल, चुनाव आयोग ने कर्नाटक में पहली बार एक ट्रांसजेंडर मंजम्मा जोगती (Manjamma Jogathi) को पोल आइकन के रूप में नियुक्त किया है. इसकी वजह चुनाव में ट्रांसजेंडर समुदाय को मतदान के लिए अधिक से अधिक प्रेरित करना है.
कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी मनोज कुमार मीना के मुताबिक, जोगती एक ट्रांसजेंडर फोक डांसर हैं. वह कर्नाटक जनपदा अकेदमी की अध्यक्ष रह चुकी हैं. खास बात यह है कि वह पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित की जा चुकी हैं. अब वे कर्नाटक चुनाव के लिए पोल एम्बेसडर चुनी गई हैं.
'राज्य में 2 लाख से ज्यादा ट्रांसजेंडर'
जोगती का कहना है कि कर्नाटक में उनके समुदाय की आबादी अन्य पड़ोसी राज्यों की तुलना में अधिक है. उन्होंने कहा, "राज्य में हमारी कुल आबादी लगभग दो लाख से अधिक है, लेकिन कईयों के पास दस्तावेजों की कमी है, इस वजह से सभी ट्रांसजेंडर्स मतदाता सूची में नामांकित नहीं हो सके हैं."
अभी तक कम रहा इनका वोटिंग पर्सेंटेज
पिछली बार हुए राज्य चुनावों मे कुल ट्रांसजेंडर वोटों में से मात्र 9.8% वोटर्स ने ही वोट किए थे. यहां तक कि लोकसभा चुनाव 2019 में भी इस कम्युनिटी के कुल रजिस्टर्ड वोटर्स में से केवल 11.49% ने ही वोटिंग में हिस्सा लिया था.
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