Amit Shah Karnataka Rally: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के चुनाव प्रचार अभियान के तहत रविवार (7 मई) को बागलकोट में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बजरंग बली वाले मुद्दे कांग्रेस को घेरा. कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही है. इस पर मुद्दा घूम फिरकर बजरंग बली पर आ गया है.
गृह मंत्री शाह ने कहा कि बजरंग बली तो मंदिर में ही थे लेकिन कांग्रेस उन्हें चुनाव के मैदान में ले आई. उन्होंने कांग्रेस पर प्रभु श्रीराम को ताले में रखने और बजरंग बली को बदनाम करने का आरोप लगाया.
क्या कुछ बोले गृह मंत्री शाह?
गृह मंत्री शाह ने रैली के दौरान कहा, ''मुझसे पत्रकारों ने पूछा कि कर्नाटक का चुनाव बजरंग बली पर चला गया है तो मैंने कहा कि बजरंग बली तो अपने मंदिर में ही थे, ये कांग्रेस पार्टी बजरंग बली को चुनाव के मैदान में ले आई है. कांग्रेस पार्टी की तुष्टिकरण की नीति... जिसके कारण इन्होंने सालों तक प्रभु श्रीराम को ताले के अंदर बंद करके रखा और आज बजरंग बली को बदनाम करने पर तुले हैं.''
इसी के साथ शाह ने कहा, ''पीएआई पर बैन को कांग्रेस पचा नहीं पा रही है. पीएफआई पर बैन लगाकर हमने न केवल कर्नाटक, बल्कि देश में भी शांति कायम की है.''
'हमने धर्म के आधार पर आरक्षण खत्म किया'
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''हमने धर्म के आधार पर आरक्षण खत्म किया. इससे उन समुदायों के लिए आरक्षण बढ़ा जिन्हें इसकी ज्यादा जरूरत थी. कांग्रेस दावा कर रही है कि अगर वह सत्ता में आती है तो मुस्लिम आरक्षण को 4 फीसदी से बढ़ाकर 6 फीसदी कर देगी. ''
उन्होंने कहा, ''केंद्र, गोवा और कर्नाटक में सरकार होने के बावजूद कांग्रेस महादयी नदी के मुद्दे को हल करने में सक्षम नहीं थी. जब बीजेपी की सरकार बनी तो हमने लंबे समय से लंबित इस मुद्दे को सुलझा लिया.''
'कांग्रेस के लिए कर्नाटक एक ATM मशीन'
शाह ने कहा, ''कांग्रेस के लिए कर्नाटक एक एटीएम मशीन है और वे राज्य के लिए निर्धारित धन को लूट लेंगे. कांग्रेस ने कर्नाटक में पांच गारंटियां दीं. हालांकि, जहां भी उन्होंने गारंटियां दीं, वे हार गए. राहुल, आपकी गारंटियों का कोई मूल्य नहीं है.'' बता दें कि राज्य में 10 मई को विधानसभा चुनाव होना है. 13 मई को मतगणना होगी.