Manikanta Rathod Profile: 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले शनिवार (6 मई) को कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनके परिवार की हत्या के लिए बीजेपी योजना बना रही थी. बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस ने एक ऑडियो क्लिप चलाई और दावा किया कि चित्तापुर से बीजेपी उम्मीदवार मणिकांत राठौड़ ने खरगे के लिए अपशब्द इस्तेमाल किए और उन्हें, उनके पूरे परिवार को मारने की बात की. कांग्रेस ने मणिकांत राठौर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चहेता बताया है. 


बीजेपी उम्मीदवार मणिकांत राठौड़ पर कांग्रेस का आरोप


प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''शायद आज देश के प्रजातंत्र के इतिहास में सबसे दुखद दिन है. बुरी तरह से हार का सामना कर रही भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने अब कर्नाटक में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, उनकी धर्मपत्नी और उनके पूरे परिवार को कत्ल करने का प्लान बनाया है. क्या राजनीति इससे भी अधिक गिर सकती है?''


उन्होंने आगे कहा, ''मोदी जी बहुत छटपटाए और विचलित हैं. पूरी भाजपा चिंतित है क्योंकि साढ़े छह करोड़ से अधिक कर्नाटक के हमारे भाई-बहनों ने ये मन बना लिया है कि वो भाजपा को पूरी तरह से खारिज कर रहे हैं. हार का सामना कर रही भाजपा अब कत्ल पर उतर आई है. गाली-गलौज की भाषा तो इस्तेमाल करते थे, झूठ-फरेब और प्रपंच का इस्तेमाल तो करते थे, पर आज दुख की बात है कि भाजपा कि चित्तापुर के उम्मीदवार का ऑडियो सामने आया, जिसमें साफ तौर से भाजपा के नेता न केवल गंदी गालियां और भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं खरगे साहब और उनके परिवार के लिए, बल्कि मल्लिकार्जुन खरगे, उनकी धर्मपत्नी और उनके पूरे परिवार का सफाया करने की बात कर रहे हैं.''


सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ''कर्नाटक की जमीन से उठकर देश की राजनीति के क्षितिज पर पहुंचे मल्लिकार्जुन खरगे और कर्नाटक के लोगों के प्रति भाजपा की नफरत का इससे बड़ा सबूत कोई नहीं हो सकता.'' 


कौन हैं मणिकांत राठौड़ जिन पर कांग्रेस ने आरोप लगाया है


बीजेपी ने मणिकांत राठौड़ को गुलबर्गा (कलबुर्गी) जिले की चित्तापुर सीट से उम्मीदवार बनाया है. इसी सीट से मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और प्रियंक खरगे कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं और यहीं से वह मौजूदा विधायक भी हैं. 


इससे पहले मणिकांत राठौड़ को एक साल के लिए कलबुर्गी से निर्वासित किया जा चुका है. 48 वर्षीय राठौड़ के खिलाफ कलबुर्गी समेत कर्नाटक के कई जिलों में लगभग 40 आपराधिक मामले दर्ज हैं. उनके खिलाफ आरोपों में हत्या, ड्रग्स और नशीले पदार्थों की तस्करी, आपराधिक धमकी और अवैध रूप से हथियार रखना शामिल है.


प्रियंक खरगे को मारने की धमकी के आरोप में हुई थी गिरफ्तारी


राठौड़ मुफ्त सार्वजनिक वितरण के लिए आए चावल को अवैध रूप से ट्रांसपोर्ट करने के मामले में भी आरोपी रहे हैं. उन्हें तीन मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है, जिनमें से एक के लिए उन्हें एक साल की कैद हुई थी और 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था. राठौड़ को आखिरी बार पिछले साल नवंबर में मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक खरगे को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था.


पिछले साल दिसंबर में राठौड़ ने लोकायुक्त के पास मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंक खरगे के खिलाफ एक केस दर्ज कराया था. इसमें शिकायत की गई थी कि खरगे ने सरकारी जमीन का गबन किया और इसका इस्तेमाल कर्नाटक पीपुल्स एजुकेशन सोसाइटी के लिए किया, जिसकी स्थापना मल्लिकार्जुन खरगे ने ही की थी.


पिछले साल सितंबर में शिवमोगा ग्रामीण पुलिस ने आपराधिक मामलों के चलते राठौड़ को एक साल के लिए निर्वासित कर दिया था लेकिन अदालत के एत आदेश ने पुलिस के फैसले पर रोक लगा दी थी. वहीं, राठौड़ को चित्तापुर में प्रचार करने के लिए विशेष अनुमति लेनी पड़ी थी. 


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