Karnataka Elections 2023: ‘कांग्रेस अगले 100 साल तक नहीं जीत पाएगी’, कर्नाटक में बोले हिमंत बिस्वा सरमा
Karnataka Assembly Election 2023: कर्नाटक में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया और दावा किया कि वो सत्ता में नहीं आएगी.
Himanta Biswa Sarma On Congress: कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोर शोर से चल रहा है. सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने स्टार प्रचारकों को उतार वोटरों को रिझाने में लगी हुई हैं. इसी क्रम में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा तुमकुरु पहुंचे और सभा को संबोधित किया. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर हमला किया.
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता है कि कांग्रेस कुछ कर सकती है. किसी को खयाल भी नहीं रखना चाहिए कि कांग्रेस सत्ता में आएगी. कांग्रेस अगले 100 सालों तक नहीं जीत पाएगी.”
इसके अलावा उन्होंने कहा, “यह निर्वाचन क्षेत्र (तुमकुरु) कांग्रेस के भ्रष्टाचार और अक्षमता का प्रतीक है. आज, 342 गांवों में से अधिकांश गांवों में पीने का पानी और सड़क नहीं है. हम इसे कर्नाटक के सबसे कुशल निर्वाचन क्षेत्र में बदलना चाहते हैं. इसलिए हमने सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार को उतारा है क्योंकि हम इस निर्वाचन क्षेत्र के महान लोगों की सेवा करना चाहते हैं.”
कांग्रेस के जीत के दावे पर ली चुटकी
इससे पहले रविवार (30 अप्रैल) को भी उन्होंने कांग्रेस के जीत के दावे पर चुटकी ली थी और इसे हवा-हवाई बताया था. उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने जरूर ईवीएम के बारे में कुछ ज्ञान इकट्ठा किया होगा, तभी वो चुनाव से पहले इस तरह के दावे कर रहे हैं. इससे पहले भी यही कांग्रेस थी जो बीजेपी पर ईवीएम को लेकर आरोप लगाती थी. अगर कर्नाटक के विधानसभा चुनाव से पहले वो परिणाम की भविष्यवाणी कर रहे हैं तो मुझे लगता है कि ईवीएम के बारे में कुछ नया ज्ञान हो गया होगा.”
#KarnatakaElections2023 | I don’t think that Congress can do anything. Nobody should keep in mind that Congress will come to power. Congress will not win for the next 100 years said Assam CM Himanta Biswa Sarma at a Press Conference in Tumakuru pic.twitter.com/LwGwuJmxXM
— ANI (@ANI) May 1, 2023
उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस जिस तरह से कर्नाटक में जीत आश्वस्त नजर आ रही है और उसके नेता बहुमत का दावा कर रहे हैं, उसे देखकर यही लगता है कि इससे पहले वो जिस भी चुनाव में हारे थे, बिना मतलब के बीजेपी पर ईवीएम का आरोप लगा रहे थे. आखिर उन्हें इस चुनाव में कैसे बहुमत का भरोसा हो रहा है. इसका मतलब साफ है कि ये पार्टी हारने के बाद जिम्मेदारी अपने कंधे पर लेने के बजाय दूसरों को दोष देती है.”