Karnataka Election 2023: कांग्रेस की जीत वाले प्री पोल सर्वे को CM बोम्मई ने किया खारिज, कहा- बीजेपी बहुमत पाएगी
Karnataka Elections: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विश्वास जताया है कि उनकी पार्टी बीजेपी, जेडीएस के समर्थन के बिना ही 'आसानी से बहुमत' हासिल कर सत्ता में वापसी करेगी.
Karnataka Elections 2023: कर्नाटक के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई ने 10 मई को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में विपक्षी दल कांग्रेस को बढ़त दिखाने वाले चुनावी सर्वे को खारिज कर दिया है. उन्होंने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी बीजेपी, जेडीएस के समर्थन के बिना ही 'आसानी से बहुमत' हासिल कर सत्ता में वापसी करेगी. सीएम बोम्मई ने कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं, इस पर फैसला बीजेपी आलाकमान और पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा.
हुबली-धारवाड़ सेंट्रल से एक बार फिर चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर को टिकट नहीं दिए जाने का बचाव करते हुए मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि वह (शेट्टार) चुनाव हार जाएंगे. बीजेपी के टिकट नहीं दिए जाने के बाद शेट्टार कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि साल 2019 में कांग्रेस-जेडीएस के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने में बीजेपी की मदद करने वाले 14 बागी विधायक अपने संबंधित क्षेत्रों से जीत दर्ज करेंगे. मुख्यमंत्री बोम्मई ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस 'चुनावी वाद-विवाद' को निचले स्तर पर ले गई है.
कांग्रेस को नहीं होगा फायदा
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि 'कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होने वाला है. हम जानते हैं कि ये सर्वेक्षण कैसे किए जाते हैं. मैं आसानी से बहुमत हासिल करने की उम्मीद करता हूं'. संभव है, पार्टी को जेडीएस के समर्थन की कोई जरूरत नहीं पड़े. इसके (जेडीएस) समर्थन की कोई जरूरत नहीं होगी. हम पूर्ण बहुमत हासिल करेंगे'.
लिंगायत समुदाय के वोटों पर असर
यह पूछे जाने पर कि क्या शेट्टर के जाने से लिंगायत समुदाय के वोटों पर असर पड़ेगा? मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि 'नहीं, बिल्कुल नहीं. हम शेट्टर की सीट पर भी जीत दर्ज करेंगे'. प्रमुख लिंगायत समुदाय कर्नाटक की आबादी का 17 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि 'उनकी पृष्ठभूमि और इतिहास को देखते हुए यह न तो बीजेपी और न ही कांग्रेस के कुछ समर्थकों के लिए स्वीकार्य है'.
जाति आरक्षण पर कही ये बात
जाति आधारित आरक्षण के सवाल पर उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तहत आंतरिक आरक्षण और अन्य चीजें काफी समय से लंबित मांग हैं और मैंने उनका 'समाधान किया है'. उन्होंने कहा कि पहले कई लोगों को लाभ नहीं होता था. क्योंकि, आरक्षण आबादी के अनुरूप नहीं दिया जा रहा था. उन वर्गों के लोगों को अब आंतरिक आरक्षण से उम्मीद जगी है.
उन्होंने कहा कि 'हमने आंतरिक आरक्षण की सिफारिश की, आखिर में केंद्र सरकार ने भी इस पर संज्ञान लिया'. चुनाव से पूर्व राज्य सरकार ने लिंगायत और वोक्कालिगा समुदायों को ओबीसी में शामिल कर उन्हें आरक्षण का लाभ देने के लिए दो नयी श्रेणियों का निर्माण किया. मुख्यमंत्री बोम्मई ने उनके नेतृत्व वाली सरकार में '40 प्रतिशत कमीशन' के कांग्रेस के आरोप का खंडन किया और चुनौती देते हुए कहा कि प्रेस या विपक्ष या ठेकेदार का संगठन एक भी मामला (हमारी सरकार के खिलाफ) लेकर आए. मैं उसका जवाब दूंगा.