Karnataka Government Formation : कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री पर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. क्योंकि पार्टी ने डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बीच किसी नाम पर अंतिम फैसला नहीं किया है. दरअसल, कर्नाटक में कांग्रेस की बड़ी जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए डीके शिव कुमार और सिद्धारमैया में से किसी एक चेहरे पर पार्टी को निर्णय करना है. इसे लेकर पार्टी हाईकमान असमंजस की स्थिति में है.


मुख्यमंत्री चयन को लेकर अब तक क्या-क्या हुआ 
 
1. सीएम पद के दोनों नामों में को लेकर पार्टी अब तक फैसला नहीं कर पाई है. सीएम पद पर अंतिम फैसला लेने के लिए रविवार की रात सीएलपी की लंबी बैठक चली. कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री का चयन करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत करते हुए एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित कर दिया था. वहीं, सोमवार को पर्यवेक्षकों का एक समूह जो कि विधायक दल की बैठक में शामिल हुआ था, वे भी अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंप दी है. पर्यवेक्षकों ने सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों से सीएम उम्मीदवार को लेकर राय एकत्र की थी.


2. इस बीच, सोमवार को सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों को दिल्ली बुलाया गया था. सिद्धारमैया दिल्ली पहुंचे लेकिन डीके शिवकुमार नहीं गए. वे आज यानी मंगलवार को दिल्ली पहुंचेंगे. वहां पार्टी के हाईकमान से मुलाकात करेंगे. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष आज मुख्यमंत्री पद के लिए का फैसला सुना सकते हैं. इससे पहले डीके शिवकुमार ने कहा कि पार्टी हाईकमान जो भी फैसला करेगी वह स्वीकार होगा.


3. सोमवार को सीएम पद की रेस में शामिल सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों के समर्थकों को नारे लगाते देखा गया. समर्थकों ने पार्टी से कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में अपने नेता की घोषणा करने की मांग की. मल्लिकार्जुन खड़गे अंतिम निर्णय आज ले सकते हैं.


4. सूत्रों के अनुसार सीएम पद की रेस में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया आगे हैं. पार्टी के तीन सदस्यीय पर्यवेक्षकों ने जब विधायकों से मुख्यमंत्री पद के लिए किसी एक चेहरे पर विचार रखने को कहा तो अधिकतर विधायकों ने सिद्धारमैया को समर्थन दिया था. इस पर सोमवार को सिद्धारमैया ने एक बयान भी दिया था. उन्होंने कहा था कि पार्ट के अधिकतर निर्वाचित विधायक मुझे मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. 


5. सूत्रों के मुताबिक सीएम पद पर डीके शिवकुमार के नाम पर ज्यादा समर्थन नहीं बन पा रही है. चूंकि कांग्रेस अगले साल लोकसभा चुनाव को भी ध्यान में रखना चाहती है. वो नहीं चाहती है कि मुख्यमंत्री की छवि पर कोई दाग हो. चूंकि पार्टी के राज्य ईकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार पर भ्रष्टाचार का आरोप है. वे आयकर विभाग, ईडी और सीबीआई के घेरे में भी हैं. वे 103 दिनों तक जेल में भी रहे हैं. ऐसे में पार्टी के अंदर उनके नाम पर एकमत निर्णय नहीं हो पा रहा है.   


कर्नाटक में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत 


224 विधानसभा सीटों वाले कर्नाटक चुनाव परिणामों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिली. उसे 135 सीटों पर जीत मिली और सत्ताधारी दल भाजपा महज 66 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी. इस बीच, जनता दल (सेक्युलर) केवल 19 सीटें जीत पाने में सफल रही. कर्नाटक चुनाव परिणामों ने एग्जिट पोल में त्रिशंकु विधानसभा बनने के अनुमानों को खारिज कर दिया था. राज्य के मतदाताओं ने 2013 के बाद निर्णायक जनादेश दिया.