बेंगलुरूः कर्नाटक में कांग्रेस के बागी विधायक रमेश जारकिहोली और उनके करीबी सहयोगी और विधायक महेश कुमाथल्ली के पार्टी छोड़ने की अटकलों से बुधवार को कांग्रेस के अंदर गहमागहमी का दौर शुरू हो गया. रमेश जारकिहोली और कुमाथल्ली की मुलाकात से अटकलों को फिर बल मिलने लगा है.


पिछले कुछ समय से जारकिहोली के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ संबंध ठीकठाक चल रहे हैं. उन्होंने धमकी दी है कि वह अन्य विधायकों के साथ जल्द सामूहिक रूप से कांग्रेस छोड़ देंगे. इसके बाद राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता सकते में आ गए हैं.


हालांकि इससे पहले खबरें थीं कि कांग्रेस विधायकों को इस्तीफे के लिए मनाने के प्रयास में रमेश अलग-थलग पड़ गए हैं क्योंकि श्रीमंत पाटिल, महेश कुमाथल्ली और बी नागेंद्र जैसे उनके करीबी विधायकों ने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जताई है.


राज्य में 104 विधायक बीजेपी के हैं. जबकि कांग्रेस के 78 विधायक हैं. वहीं जेडीएस के पास 38 विधायक जबकि बीएसपी ने वहां एक सीट पर जीत दर्ज की थी. फिलहाल राज्य में कांग्रेस जेडीएस गठबंधन की सरकार है. एचडी कुमारस्वामी राज्य के मुख्यमंत्री हैं.


नतीजों से पहले विपक्षी एकजुटता की कवायद, बैठक नतीजों के बाद


300 सीटों के पार जाने का दावा कैसे कर रहे हैं मोदी ? क्या प. बंगाल में हुई हिंसा से बीजेपी को फायदा होगा ?