Karnataka Assembly Speaker: पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक यूटी खादर के कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष बनने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार, आलाकमान खादर को इस भूमिका के लिए मनाने में कामयाब रहा. खादर ने मंगलवार (23 मई) को कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है.
24 मई को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक के दौरान उनकी उम्मीदवारी को औपचारिक रूप दिया जा सकता है. परंपरा के अनुसार अगर खादर को सर्वसम्मति से नियुक्त किया जाता है, तो वो कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के पद पर सेवा देने वाले पहले मुस्लिम नेता बन जाएंगे.
पांच बार रहे विधायक
1 अक्टूबर 1969 को जन्मे यूटी खादर सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील दक्षिण कन्नड़ से आते हैं. वो एक मृदुभाषी राजनेता हैं, उन्होंने न तो भड़काऊ बयान दिया है और न ही अभद्र भाषा में लिप्त हैं. यूटी ने धर्मों से परे समाज के सभी वर्गों का विश्वास जीता है. खादर मंगलुरु (उलाल) निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार विधायक चुने गए. उनके पास कानून की डिग्री है.
खादर ने साल 2013-18 के दौरान सिद्दारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य, खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री के रूप में कार्य किया. वह राज्य विधानसभा में विपक्षी दल के उप नेता भी रहे. साल 2018-19 में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार में उन्होंने आवास और शहरी विकास के विभागों को संभाला.
इन नेताओं ने ठुकराया प्रस्ताव
इसके पहले दिग्गज नेता आरवी देशपांडे, टीबी जयचंद्र और एचके पाटिल को पार्टी ने स्पीकर पद के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था. लेकिन, इन नेताओं ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. इसके बाद एआईसीसी सचिव केसी वेणुगोपाल और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने व्यक्तिगत रूप से खादर से बात की और उनसे पार्टी के हित में पद संभालने का अनुरोध किया. सूत्रों ने कहा कि उन्होंने उन्हें आश्वासन भी दिया कि पार्टी उन्हें उचित पहचान देगी. वहीं, मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने भी उनसे बात की और उन्हें मनाया.
बता दें कि कांग्रेस ने 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी को हरा दिया. 13 मई को घोषित परिणामों में कांग्रेस ने 135 सीटें जीतीं. बीजेपी ने 66 और जेडीएस ने 19 सीटें हासिल कीं.