Lok Sabha Election 2019: 17वीं लोकसभा चुनने के लिए 29 अप्रैल को 9 राज्यों की 71 सीटों पर मतदान होना है. चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स ने उम्मीदवारों के हलफनामों की जांच करके उनकी क्राइम रिकॉर्ड के बारे में जानकारी दी है. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक इस चरण के 928 में से 23 फीसदी यानी कि 210 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से 17 फीसदी यानी 158 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.


एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 12 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर अपराध साबित हो चुका है, जबकि 5 उम्मीदवार हत्या के केस में आरोपी हैं. 24 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनपर हत्या के प्रयास का आरोप लगे हैं. 4 उम्मीदवारों पर फिरौती के लिए अपहरण का मामला दर्ज है. रिपोर्ट में बताया गया है कि 21 उम्मीदवारों पर महिला के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं. 16 उम्मीदवारों पर नफरत फैलाने वाले भाषण देने के मामले भी दर्ज हैं.


पार्टीवाइज बात करें तो बीजेपी आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को टिकट देने में सबसे आगे हैं. बीजेपी के 57 में 35 फीसदी यानी 20 उम्मीदवार दागी हैं. कांग्रेस के 57 में से 32 फीसदी यानी 18 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. बीएसपी के 54 में से 10 उम्मीदवार दागी हैं. 345 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 45 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.


इस चरण में 71 में से 37 लोकसभा सीटों को रेड अलर्ट घोषित किया गया है. रेड अलर्ट का मतलब ये हुआ कि उस सीट पर चुनाव लड़ने वाले 3 या इससे अधिक उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.


इस चरण में 943 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से 15 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके चुनावी हलफनामे साफ नहीं होने की वजह से इस रिपोर्ट में शामिल नहीं किए जा सके.


चौथा चरण: कांग्रेस और बीजेपी के 88 फीसदी उम्मीदवार हैं करोड़पति, नकुलनाथ के पास 660 करोड़ रुपये की संपत्ति