नई दिल्ली: आज दोपहर में चुनाव आयोग मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड की विधानसभा के चुनावों का एलान करेगी. मार्च से पहले-पहले इन राज्यों में चुनाव संपन्न हो जाएंगे, क्योंकि मार्च तक सूबे में सरकार का गठन जरूरी है. खास बात ये है कि इन तीनों ही राज्यों में विधानसभा की 60-60 सीटें हैं.


इन तीन राज्यों में जहां मेघालय में कांग्रेस की सरकार है वहीं नागालैंड में नागालैंड पीपुल्स फ्रंट पार्टी की सरकार है. एनपीएफ केंद्र में एनडीए की सहयोगी है, जबकि त्रिपुरा में लेफ्ट की सरकार है.

मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड में किस पार्टी की सरकार है और किस पार्टी में कितना दम है. सियासी तोड़जोड़ क्या है और आने वाले दिनों में किसका पलड़ा भारी रहेगा. एक-एक करके जानिए- सबकुछ.

मेघालय

-मेघालय में विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं

-मेघालय में इस वक्त कांग्रेस पार्टी की सरकार है

-कांग्रेस की राज्य में मुख्य लड़ाई बीजेपी-एनपीपी से है

-2009 से मेघालय में कांग्रेस की सरकार है

-कांग्रेस पार्टी के मुकुल संगमा मेघायल के मुख्यमंत्री है

-2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 60 में से 29 सीटों पर जीत मिली थी

-एनपीपी को 2 सीटों पर जीत मिली थी, यूनाईटेड डेमोक्रेटिक पार्टी को 8 सीटों पर जीत मिली थी

-13 सीटों पर निर्दलीय जीते थें जबकि बीजेपी का खाता नही खुला था

-दिसम्बर 2017 में कांग्रेस के 5, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के एक और दो निर्दलीय विधायक एनपीपी में शामिल हुए

-जनवरी 2018 में कांग्रेस के एक विधायक, एक एनसीपी और 2 निर्दलीय विधायक बीजेपी में शामिल हो गए

नागालैंड

-नागालैंड राज्य में विधानसभा की 60 सीटें हैं

-नागालैंड में इस वक्त नागालैंड पीपुल्स फ्रंट पार्टी की सरकार है

-नागालैंड पीपुल्स फ्रंट केन्द्र में एनडीए की सहयोगी पार्टी है

-एनपीएफ-बीजेपी गठबंधन की मुख्य लड़ाई कांग्रेस पार्टी से है

-2003 से ही नागालैंड में नागालैंड पीपुल्स फ्रंट की सरकार है

-नागालैंड में इस समय नागालैंड पीपुल्स फ्रंट के टी आर जेलियांग सीएम हैं

-2013 के विधानसभा चुनाव में नागालैंड पीपुल्स फ्रंट को 60 में से 38 सीटों पर जीत मिली थी

-कांग्रेस को 8 सीटों पर जीत मिली थी, 8 सीटों पर निर्दलीय चुनाव जीते थे

-बीजेपी को एक सीट पर जबकि एनसीपी को 4 सीटों पर जीत मिली थी

त्रिपुरा

-त्रिपुरा राज्य में विधानसभा की 60 सीटें हैं

-त्रिपुरा में इस वक्त सीपीएम (कम्यूनिस्ट पार्टी) की सरकार है

-सीपीएम की राज्य में मुख्य लड़ाई इस बार बीजेपी से है

-1993 से त्रिपुरा में सीपीएम की सरकार है

-लगातार 5 बार से त्रिपुरा में सीपीएम की सरकार है

-लगातार 4 बार से और 20 साल से माणिक सरकार त्रिपुरा के सीएम हैं

-2013 के विधानसभा चुनाव में सीपीएम को 49 और सीपीआई को 1 सीट पर जीत मिली थी

-कांग्रेस पार्टी को 10 सीटों पर जीत मिली थी

-कांग्रेस पार्टी के 6 विधायक बाद में टीएमसी में शामिल हो गए थे

-टीएमसी के मुकुल रॉय के बीजेपी में शामिल होने के बाद सभी 6 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए