नई दिल्ली: देश की 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव के ऐतिहासिक नतीजे आ चुके हैं. बीजेपी ने ना सिर्फ बहुमत के लिए जरूरी 272 का आंकड़ा हासिल किया बल्कि इसे पार करते हुए 303 का आंकड़ा छुआ. 2014 के चुनाव में बीजेपी को 282 सीटें मिली थीं. इसके साथ ही सत्ताधारी एनडीए ने भी एतिहासिक प्रदर्शन किया है. एनडीए के हिस्से 352 सीटें आईं हैं, ये 2014 के चुनाव परिणाम से 16 सीटें ज्यादा है. अब जबकि परिणाम सबके सामने है तो बड़ा सवाल है कि नई सरकार अपना कार्यभार कब और कैसे ग्रहण करेगी. यहां हम आपको चुनाव बाद नई सरकार बनने की प्रक्रिया बता रहे हैं.
मौजूदा सरकार की कैबिनेट वर्तमान 16वीं लोकसभा को भंग करने की अनुशंसा करेगी, यह अनुशंसा आज होने वाली बैठक में संभव है. कैबिनेट की अनुशंसा भारत के राष्ट्रपति को भेजी जाएगी जिसके आधार पर 16वीं लोकसभा का कार्यकाल पूर्ण घोषित किया जाएगा. मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल वैसे 3 जून तक है.
सभी चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त राष्ट्रपति को अंतिम चुनाव नतीजों की रिपोर्ट सौंपेंगे. सबसे बड़े दल के तौर पर उभरे दल के नवनिर्वाचित सदस्यों की बैठक होगी जिसमें औपचारिक तौर पर नेता का चुनाव होगा. निर्वाचित होने के बाद सबसे बड़े दल के नेता राष्ट्रपति से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. आपसी सुविधा से शपथग्रहण के लिए दिन व समय तय किया जाएगा. नई सरकार के शपथग्रहण तक मौजूदा सरकार कार्यवाहक के तौर पर काम करती है.
जानकारी के मुताबिक 26 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. इसके साथ ही यह खबर भी है कि 30 मई को शाम पांच बजे के आस पास शपथ ग्रहण का कार्यक्रम हो सकता है. 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी जाने का कार्यक्रम है तो वहीं 29 मई को प्रधानमंत्री अहमदाबाद में अपनी माता के पास आशीर्वाद लेने के लिए जाएंगे.