Lok Sabha Election 2019: 17वीं लोकसभा चुनने के लिए 8 राज्यों की 59 सीटों पर आज 918 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी. आखिरी चरण में कुल 10.02 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. आखिरी चरण में कांग्रेस 46 तो बीजेपी 44 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पीएम मोदी की वाराणसी सीट पर आखिरी चरण में ही मतदान होना है. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक आखिरी चरण में 170 उम्मीदवार आपराधिक छवि के हैं, जबकि 278 उम्मीदवारों के पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है. बीजेपी आखिरी चरण की सबसे मजबूत पार्टी नज़र आती है, क्योंकि 2014 में वह 59 में से 33 सीटों पर जीत करने में कामयाब हुई थी. वहीं कांग्रेस को सिर्फ तीन सीटों पर ही जीत मिली थी.


10.02 करोड़ मतदाता डालेंगे वोट


आखिरी चरण में उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, मध्य प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के 10.02 वोटर्स अपने वोटिंग राइट का इस्तेमाल करेंगे. 10.02 करोड़ में से 5.27 करोड़ पुरुष मतदाता है, जबकि 4.75 करोड़ महिलाएं अपने मताधिकार का इस्तेमाल आखिरी चरण में करेगी. 10.02 करोड़ वोटर कुल 918 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने वाले हैं.



इन सीटों पर होगी वोटिंग


उत्तर प्रदेश: आखिरी चरण में यूपी की 13 सीटों महराजगंज, गोरखपुर कुशीनगर देवरिया बांसगांव (सु.), घोसी सलेमपुर बलिया गाजीपुर चंदौली वाराणसी मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज (सु.) में वोटिंग होगी.


बिहार: आखिरी चरण में बिहार की आठ सीटों नालंदा, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, जहानाबाद और काराकाट में मतदान होना है.


पश्चिम बंगाल: आखिरी चरण में पश्चिम बंगाल की 9 सीटों दमदम, बरसात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण, कोलकाता उत्तर में वोटिंग होगी.


झारखंड: आखिरी चरण में झारखंड की तीन सीटों राजमहल, दुमका, गोड्डा में मतदान होना है.


मध्य प्रदेश: आखिरी चरण में मध्य प्रदेश की आठ सीटों देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगौन, खंडवा में वोटिंग होगी.


इसके अलावा पंजाब की सभी 13 सीटों और हिमाचल प्रदेश की सभी चार सीटों पर आखिरी चरण में ही मतदान होना है. केंद्र शासित प्रदेश चण्डीगढ़ लोकसभा सीट पर भी आखिरी चरण में ही मतदान होगा.


कौन कितनी सीटों पर लड़ रहा है चुनाव


बीजेपी: 44
कांग्रेस: 46
बीएसपी: 40
शिवसेना: 15
आप: 10
टीएमसी: 11
एसपी: 09
सीपीएम: 09
निर्दलीय: 720


2014 में किसने जीती कितनी सीटें


बीजेपी: 33
कांग्रेस: 03
अपना दल: 01
अकाली दल: 04
आरएलएसपी: 02
तृणमूल कांग्रेस: 09
आप: 04
जेडीयू: 01
जेएमएम: 02



आखिरी चरण के बड़े चेहरे


बिहार


पटना साहिब: बिहार की इस सीट पर सबकी नज़रें हैं. पटना साहिब सीट से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद किस्मत आजमा रहे हैं. रविशंकर प्रसाद का सीधा मुकाबला बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए दिग्गज अभिनेता और सांसद शत्रुघन सिन्हा से है.


पाटलिपुत्र: बिहार की पाटलिपुत्र सीट पर लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती एक बार फिर से मैदान में है. मीसा भारती को 2014 में केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने इस सीट पर हराया था.


बक्सर: इस सीट पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का मुकाबला आरजेडी उम्मीदवार जगदानंद सिंह से है. 2009 में जगदानंद सिंह ने बक्सर सीट से जीत दर्ज की थी.


सासाराम: पूर्व लोकसभा स्पीकर और कांग्रेस की दिग्गज नेता मीरा कुमार सासाराम से एक बार फिर किस्मत आजमा रही है. मीरा कुमार का मुकाबला वर्तमान सांसद छेदी पासवान से होगा.


उत्तर प्रदेश


वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी सीट से एक बार फिर मैदान में है. पीएम मोदी का मुकाबला कांग्रेस के अजय राय और एसपी की शामिली यादव से है. 2014 में मोदी ने अरविंद केजरीवाल को 3 लाख वोटों से ज्यादा के अंतर से हराया था.


गोरखपुर: योगी आदित्यनाथ और बीजेपी का गढ़ रही इस सीट पर सीएम की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. उपचुनाव में एसपी से मिली हार के बाद बीजेपी ने दोबारा से इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए अभिनेता रवि किशन को मैदान में उतारा है. एसपी ने निषाद समुदाय के राम भाहुल निषाद को यहां से उम्मीदवार बनाया है.


गाजीपुर: केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा की किस्मत एक बार फिर से इस सीट पर दांव पर लगी है. मनोज सिन्हा का मुकाबला बीएसपी के अफजल अंसारी और कांग्रेस के अजीत कुशवाहा से है.


मध्य प्रदेश


रतलाम: कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति लाल भूरिया इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. कांति लाल भूरिया का मुकाबला बीजेपी के जी एस डामोर से है.


खंडवा: बीजेपी के दिग्गज नेता नंद कुमार सिंह चौहान खंडवा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने इस सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को मैदान में उतारा है.

चण्डीगढ़: दिग्गज बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद किरण खैर को बीजेपी ने इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने किरण खैर का मुकाबला करने के लिए पवन बंसल पर दांव खेला है.


पंजाब


गुरदासपुर: बीजेपी ने आखिरी वक्त में बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल को इस सीट से उम्मीदवार बनाकर मुकाबले को रोचक बना दिया है. सनी देओल का सीधा मुकाबला सांसद और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ से है.


फिरोजपुर: शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. सुखबीर बादल का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने शेर सिंह पर दांव खेला है.


पटियाला: कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रिनीत कौर इस सीट से चुनाव लड़ रही है. 2014 में प्रिणीत कौर को आप उम्मीदवार धर्मबीर गांधी ने हराया था. इस बार प्रिनीत कौर का मुकाबला अकाली दल के सुरजीत सिंह और आप की नैना मित्तल से है.


झारखंड


दुमका: राज्य के सबसे दिग्गज नेताओं में शुमार और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन दुमका सीट से आखिरी बार किस्मत आजमा रहे हैं. 2014 में शिबू सोरेन को इस सीट से जीत मिली थी. सोरेन का मुकाबला बीजेपी के सुनील सोरेन से है.


करोड़पति उम्मीदवार


एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक आखिरी चरण में चुनाव लड़ने वाले 278 उम्मीदवारों के पास 1 करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति की है. गौर करने वाली बात है कि आखिरी चरण का सबसे अमीर उम्मीदवार निर्दलीय है और वह पाटलिपुत्र से किस्मत आजमा रहा है. कांग्रेस के 46 में से 40 उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि बीजेपी ने 43 में से 36 करोड़पति उम्मीदवारों को टिकट दिया है.


दागी उम्मीदवार


एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक आखिरी चरण में कुल 170 दागी उम्मीदवार मैदान में है और जिनमें से 127 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. दागी उम्मीदवारों को टिकट देने के मामले में बीजेपी सबसे आगे है. बीजेपी के 43 में से 18 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं कांग्रेस के 45 में से 14 उम्मीदवार आपराधिक छवि के हैं.



आखिरी चरण की दिलचस्प बातें 




  • चुनाव आयोग ने आखिरी चरण की 59 में से 33 सीटों को रेड अलर्ट जोन में रखा है. रेड अलर्ट जोन का मतलब ये होता है कि उस सीट पर चुनाव लड़ने वाले 3 या उससे ज्यादा उम्मीदवार आपराधिक छवि के हैं.

  • गुरदासपुर में बीजेपी ने सनी देओल को अपना उम्मीदवार बनाया है. सनी देओल के आने से बॉलीवुड से भी राजनीति में परिवारवाद की शुरुआत हो गई है. सनी देओल की मां और अभिनेत्री हेमा मालिनी मथुरा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. सनी देओल के पिता धमेंद्र भी 2004 में बीकानेर सीट से सांसद रह चुके हैं.

  • पंजाब में सुखबीर सिंह बादल और उनकी पत्नी हरसिमरत कौर चुनाव लड़ रहे हैं. इन दोनों के अलावा अखिलेश यादव-डिंपल यादव, शत्रुघन सिन्हा-पूनम सिन्हा और पप्पू यादव-रंजीता रंजन वो पति पत्नी हैं जो कि इस बार चुनावी मैदान में उतरे हैं.

  • शिबू सोरने दुमका से 9वीं बार सांसद बनने के लिए चुनावी मैदान में है. सोरेन को 8 बार इस सीट से जीत मिली है. 1980 में पहली बार दुमका से चुनाव जीतने वाले सोरेन को तीन बार इस सीट से हार का सामना करना पड़ा है.