Lok Sabha Elecction 2024: 'सरकार की पोल खोलने वाले विदेशी पत्रकारों से दुर्व्यवहार', मोदी सरकार पर बरसे अखिलेश यादव
Election 2024: अखिलेश यादव ने कहा कि मीडिया की स्वतंत्रता, स्वस्थ लोकतंत्र की आवाज होती है. भारत के पत्रकारों को अब देश छोड़कर जाना पड़ रहा है, दुनिया में भारत की लोकतांत्रिक छवि को धूमिल कर रहा है
Lok Sabha Elections 2024 Latest News: समाजमवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मीडिया पर नरेंद्र मोदी सरकार के दखल की आलोचना की है. उन्होंने बुधवार (24 अप्रैल 2024) को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार की पोल खोलनेवाले विदेशी पत्रकारों के साथ जिस तरह का दुर्व्यवहार हो रहा है वो निंदनीय है.
उन्होंने आगे कहा, 'भारत के पत्रकारों को अब देश छोड़कर जाने के लिए मजबूर करना, दुनिया में भारत की लोकतांत्रिक छवि को धूमिल कर रहा है. मीडिया की स्वतंत्रता, स्वस्थ लोकतंत्र की आवाज होती है."
भाजपा सरकार की पोल खोलनेवाले विदेशी पत्रकारों के संग जैसा दुर्व्यवहार हो रहा है वो निंदनीय है। विदेशी पत्रकारों को भारत छोड़कर जाने के लिए मजबूर करना, दुनिया में भारत की लोकतांत्रिक छवि को धूमिल कर रहा है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 24, 2024
मीडिया की स्वतंत्रता, स्वस्थ लोकतंत्र की आवाज़ होती है।… pic.twitter.com/Xj4yaqp1cV
पत्रकार ने बताई देश छोड़ने के पीछे की वजह
दरअसल, ऑस्ट्रेलियन पत्रकार अवनी डायस ने मंगलवार को दावा किया कि भारत सरकार ने उनके वर्क वीजा को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है. ऐसे में मजबूरन उन्हें भारत छोड़ना पड़ा है. भारत सरकार ने यह कहते हुए कार्य वीजा बढ़ाने से इनकार किया कि मेरी खबरें ‘लक्ष्मण रेखा का उल्लंघन’ हैं. ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन की दक्षिण एशिया ब्यूरो चीफ अवनी डायस का कहना है कि सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर की गई उनकी रिपोर्टिंग पर भारत सरकार की ओर से आपत्ति जताई गई थी. वीजा न मिलने की वजह से 19 अप्रैल को उन्होंने भारत छोड़ दिया था.
चुनाव की रिपोर्टिंग करने की मान्यता देने से भी इनकार
अवनी डायस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "पिछले सप्ताह मुझे अचानक भारत छोड़ना पड़ा. मोदी सरकार ने मुझसे यह कहते हुए वर्क वीजा को बढ़ाने ने इनकार कर दिया कि मेरी खबरें लक्ष्मण रेखा का उल्लंघन हैं. हमें यह भी बताया गया कि भारतीय मंत्रालय के निर्देश के कारण मुझे चुनाव की रिपोर्टिंग करने की मान्यता भी नहीं मिलेगी. हम उस राष्ट्रीय चुनाव के लिए मतदान से एक दिन पहले भारत छोड़कर निकले जिसे मोदी लोकतंत्र की जननी कहते हैं."
ये भी पढ़ें