बीजेपी जहां रवि किशन को बीजेपी गोरखपुर से टिकट दे सकती है, वहीं निरहुआ को आजमगढ़ से अखिलेश यादव के खिलाफ मैदान में उतार सकती है. एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए रवि किशन ने कहा, मैं चुनाव लड़ रहा हूं यह सही है लेकिन सीट का फैसला पार्टी करेगी.''
पसंदीदा सीट के बारे में पूछे जाने पर रवि किशन ने कहा कि मैं जौनपुर से चुनाव लड़ना चाहता हूं लेकिन पार्टी जहां से चाहेगी मैं वहां से लड़ूंगा. बता दें कि रवि किशन फरवरी, 2017 में वह भाजपा में शामिल हुए थे. इससे पहले वह कांग्रेस के टिकट पर जौनपुर से पिछला लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं.
एबीपी न्यूज से बात करते हुए रवि किशन ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है. मैं चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनें. पिछले चुनाव में कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कहा कि जब मैं वहां गया तो मेरे समर्थकों ने कहा कि आप सही झंडे के नीचे नहीं है.
अपने समर्थकों की राय को सुनते हुए मैंने फैसला किया कि मुझे बीजेपी में शामिल हो जाना चाहिए. इससे पहले रवि किशन जौनपुर से कांग्रेस के टिकट पर 2014 लोकसभा चुनाव में उतरे थे. जहां से इन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
गोरखपुर से बीजेपी के टिकट पर योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ते थे लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें इस सीट को खाली करना पड़ा. ऐसे में पार्टी को एक जाना पहचाना चेहरा चाहिए था जिसके तरफ लोग आकर्षित हो सकें. माना जा रहा है कि ऐसे में पार्टी की तलाश रवि किशन पर खत्म हो सकती है.