नई दिल्ली: बीजेपी ने दिल्ली की कुल सात लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया तेज कर दी है. यह प्रक्रिया ऐसे समय में तेज हुई है जब दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के गठबंधन की संभावनाएं अधर में हैं. सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार कर रहे बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी को बुधवार को उम्मीदवार चयन के लिए होने वाली एक अहम बैठक में हिस्सा लेने के लिए वापस बुलाया गया है.
बीजेपी के एक शीर्ष नेता ने कहा कि पार्टी गठबंधन से जुड़े घटनाक्रम पर पैनी नजर रखे हुए है, लेकिन वह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, ''आप-कांग्रेस गठबंधन की स्थिति में कुछ सामंजस्य बनाना पड़ सकता है. लेकिन बदतर से बदतर स्थिति में भी सिर्फ 2-3 मौजूदा सांसदों की जगह नए चेहरे लाए जा सकते हैं.'' दिल्ली की सात लोकसभा सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हुई. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 23 अप्रैल है.
गौरतलब है कि 'आप' नेता संजय सिंह ने आज गठबंधन को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत करने के बाद मीडिया को बताया कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की संभावनाओं पर पूर्णविराम लग चुका है, इसलिए 'आप' अकेले चुनाव लड़ेगी. सिंह ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने हरियाणा में गठबंधन करने से इनकार कर दिया है और हम सिर्फ दिल्ली में गठबंधन नहीं करना चाहते.
यह चुनाव राम और रावण, गोडसे और गांधी के बीच है- नवजोत सिंह सिद्धू
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