कानपुर: इत्र नगरी कन्नौज समाजवादी पार्टी का सबसे मजबूत गढ़ है. पिछले दो दशको से समाजवादी पार्टी का राज है. बीजेपी, कांग्रेस, बसपा जैसी पार्टियां समाजवादी पार्टी के इस मजबूत किले को भेदने में नाकाम साबित हुई हैं. समाजवादी किले को भेदने के लिए बीजेपी ने रणनीति तैयार की है. बीजेपी के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, स्मृति ईरानी, हेमा मालिनी, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत फ़िल्मी स्टार बीजेपी कैंडिडेट सुब्रत पाठक के लिए माहौल तैयार करेंगे. सुब्रत पाठक 8 अप्रैल को नामांकन करेगें और उनके साथ सीएम योगी भी मौजूद रहेंगे. नामांकन के बाद सीएम योगी सुब्रत पाठक के समर्थन में जनसभा करेंगे.


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भारतीय जनता पार्टी ने 1996 में कन्नौज लोकसभा सीट जीती थी बीजेपी के चन्द्र भूषण सिंह सांसद बने थे. 23 साल बीतने के बाद बीजेपी ने जीत का स्वाद नहीं चखा है. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर भी सपा से कन्नौज लोकसभा सीट नहीं छीन पाई थी. कन्नौज लोकसभा सीट से मुलायम सिंह, अखिलेश यादव भी अपने चुनावी सफ़र की शुरुआत कर चुके हैं. वर्तमान में अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव सांसद हैं.


स्टार प्रचारकों की फ़ौज उतारने जा रही है बीजेपी
2019 लोकसभा चुनाव में सपा के गढ़ को भेदने के लिए बीजेपी अपने स्टार प्रचारकों की फ़ौज उतारने जा रही है. बीजेपी की सीधी लड़ाई सपा-बसपा गठबंधन से है. कन्नौज में अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती संयुक्त रैली कर डिम्पल यादव के लिए माहौल बनाते हुए नजर आएगे . सांसद डिम्पल यादव ने अपने संसदीय सीट पर मजबूत पकड़ बना ली है.


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बीजेपी जिलाध्यक्ष आनंद सिंह के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुब्रत पाठक के नामाकन में शामिल होंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके साथ ही संगठन के स्टार प्रचारक जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जनसभा की मांग की गई है. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, हेमा मालिनी क्रिकेटर और एक्टर भी प्रचार करने के लिए आएंगे. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में बीजेपी के पक्ष में माहौल है और जनता अब कन्नौज में भी बदलाव चाहती है.


बीजेपी के हाथ से फिसल गई थी कन्नौज सीट
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कानपुर बुंदेलखंड की 10 लोकसभा सीटों में से 09 सीटों पर जीत दर्ज की थी. लेकिन बीजेपी के हाथ से कन्नौज की सीट फिसल गई थी. कन्नौज में तीन विधानसभा सीटें है . 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 2 विधानसभा सीटो पर कब्ज़ा जमाया था वही सपा को एक हाथ एक विधानसभा सीट लगी थी .


2014 के लोकसभा चुनाव में सुब्रत पाठक डिम्पल यादव से मात्र 13,907 वोटों से हार गए थे. इस हार के अंतर को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने सुब्रत पाठक को एक और मौका दिया है. मोदी लहर भी कन्नौज की सीट बीजेपी को जीत नहीं दिला पाई थी.


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कन्नौज लोकसभा सीट
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कन्नौज से सुब्रत पाठक को डिम्पल यादव के अपोजिट मैदान में उतारा था. मोदी लहर का असर कन्नौज लोकसभा सीट पर नहीं पड़ा था. डिम्पल यादव ने सुब्रत पाठक को हरा कर समाजवादी पार्टी की साख बरकरार रखी थी. डिम्पल यादव को 489,164 वोट मिले थे और बीजेपी के सुब्रत पाठक को 469,257 वोट हासिल हुए थे. डिम्पल यादव ने सुब्रत पाठक को 13,907 वोटों से हराया था.