रायपुर: छत्तीसगढ़ में बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों द्वारा हत्या के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विधायक की हत्या को राजनीतिक साजिश बताया है. बता दें कि राज्य के दन्तेवाड़ा जिले में नक्सलियों के एक हमले में विधायक भीमा मंडावी के साथ ही उनके तीन पीएसओ 9 अप्रैल को शहीद हो गए.
इस घटना पर अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने कहा कि झीरम घाटी नरसंहार मामले की फाइल एनआईए दबा कर बैठी है. झीरम घाटी नरसंहार साल 2013 में हुआ था. इस घटना में नक्सलियों ने 29 कांग्रेसी नेताओं की हत्या कर दी थी.
सीएम भूपेश बघेल ने अमित शाह के राजनीतिक साजिश वाले बयान पर कहा कि उन्हें विधायक की मौत का दुख है. उन्होंने कहा कि विधायक को सुरक्षा वापस दी गई थी, लेकिन उन्होंने खुद सुरक्षा वापस कर दी थी. भूपेश बघेल ने कहा कि वह इस मामले में किसी भी प्रकार की जांच कराने को तैयार हैं. भूपेश बघेल ने कहा कि आचार सहिंता के कारण राज्य सरकार कोई घोषणा नहीं कर सकती है. इसके बावजूद हमने घटना के एक दिन बाद ही निर्वाचन आयोग को न्यायिक जांच की अनुमति के लिए पत्र लिखा.
मामले की जांच सीबीआई से नहीं कराए जाने पर अमित शाह ने कहा कि भूपेश बघेल डर गए हैं. इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि सीबीआई पर प्रतिबंध प्रदेश के पूर्व सीएम रमन सिंह ने 2012 में लगाया था. उन्होंने कहा कि अमित शाह इतने बड़े झूठे हैं यह मैं सोच नहीं सकता हूं. उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष ने राज्य सरकार की कई योजनाओं पर गलत बयानबाजी की है.
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